नई दिल्ली: कांग्रेस ने प्रधानमंत्री कार्यालय के कथित रूप से गलत इस्तेमाल को लेकर चुनाव आयोग से बुधवार को शिकायत की. पार्टी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री कार्यालय का इस्तेमाल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चुनाव प्रचार से पहले उन जगहों के बारे में जानकारी जुटाने के लिए हो रहा है. कांग्रेस ने चुनाव आयोग से मध्य प्रदेश के सागर में छह मई को प्रधानमंत्री मोदी की रैली के खिलाफ निर्देश जारी करने की मांग की है. कांग्रेस का दावा है कि सागर में रैली होने से पड़ोसी संसदीय क्षेत्र दमोह में होने वाला मतदान प्रभावित हो सकता है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने चुनाव आयोग के बाहर कहा कि पार्टी ने चुनाव आयोग के पास दो शिकायतें की हैं. इनमें से एक शिकायत चुनाव प्रचार के लिए सरकारी मशीनरी के कथित तौर पर गलत इस्तेमाल से जुड़ा है. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) नीति आयोग का गलत इस्तेमाल कर रहा है और इसे उन जिला प्रशासनों को पत्र लिखने को कह रहा है जहां प्रधानमंत्री अगले कुछ दिनों में चुनाव प्रचार के लिए जाएंगे.
सिंघवी ने आरोप लगाया कि पत्र में उन स्थानों की सांस्कृतिक महत्व जैसी जानकारियां मांगी जा रही है. स्थानीय प्रशासन से एक दिन के भीतर जवाब देने को कहा जा रहा है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसी और चुनाव प्रचारक की तरह ही हैं और चुनाव प्रचार के लिए सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है. कांग्रेस नेता ने कहा कि 40 साल पहले पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का इसी तरह के आरोप में उनका निर्वाचन रद्द कर दिया गया था. उन्होंने कहा, ''हमने चुनाव आयोग से तत्काल इसे रोकने के लिए कहा है.''
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