नई दिल्लीः कांग्रेस पार्टी की ओर से घोषित न्यूनतम आय के चुनावी वादे पर नीतिआयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार की प्रतिक्रिया को लेकर चुनाव आयोग ने नोटिस भेजा है. बयान को लेकर आयोग ने विस्तृत जानकारी मांगी है. राजीव कुमार ने कांग्रेस के इस वादे की आलोचना करते हुए इसे अर्थव्यवस्था के लिये नुकसानदायक बताया है.
सूत्रों की माने तो चुनाव आयोग ने राजीव कुमार की प्रतिक्रिया को आचार संहिता का उल्लंघन माना है. यही कारण है कि आयोग ने इस मामले पर संज्ञान लिया है.
आयोग ने नीति आयोग के उपाध्यक्ष को 'कार्यपालिक के अधिकारी' की श्रेणी में होने के कारण उनकी प्रतिक्रिया को आचार संहिता के उल्लंघन के दायरे में रखा है.
आयोग के एक अधिकारी ने इस मामले पर संज्ञान लिये जाने के पीछे दलील दी कि, 'यह एक राजनीतिक दल के दूसरे राजनीतिक दल पर या एक नेता के दूसरे पर हमले का मामला नहीं है.''
बता दें कि राजीव कुमार ने न्यूनतम आय योजना की घोषणा को कांग्रेस का पूरा नहीं किया जा सकने वाला चुनावी वादा बताया था. उन्होंने ट्विटर पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि कांग्रेस का यह वादा आर्थिक मानकों पर खरा नहीं उतरता है.
लोकसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने के क्रम में मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने मंगलवार को पुलिस एवं अन्य पर्यवेक्षकों की बैठक को संबोधित करते हुये स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव संपन्न कराने में पर्यवेक्षकों की निष्पक्ष भूमिका का आह्वान किया.
उन्होंने राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों और केन्द्रीय पर्यवेक्षकों के बीच मिलीभगत से किसी भी प्रकार की दुराशय पूर्ण कार्रवाई से बचने के लिये आगाह भी किया.
गौरतलब है कि पिछले साल पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के दौरान पर्यवेक्षकों की पक्षपात और दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई की शिकायतें मिली थी. अरोड़ा ने कहा कि इस तरह की शिकायतों के ठोस साक्ष्य मिलने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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