नई दिल्लीः टाइम मैगज़ीन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने कवर पेज पर जगह देते हुए एक विवादित शीर्षक दिया है.  'इंडियाज डिवाइडर चीफ (India’s divider in chief)' नाम के शीर्षक और पीएम मोदी के फोटो के साथ छपे इस लेख में मैगज़ीन ने उन्हें देश को बांटने वाला बताया है.


इस लेख को पत्रकार आतिश तासीर ने लिखा है. तुर्की, ब्राजील, ब्रिटेन और अमेरिका से भारत की तुलना करते हुए भारतीय लोकतंत्र पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने पूछा, ''दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र भारत क्या पांच साल और मोदी सरकार को सह सकता है?''


''लोकलुभान वादों की राजनीति में फंसने वाला भारत दुनिया का सबसे पहला लोकतंत्र है.'' इस शीर्षक के साथ मैगज़ीन ने अपने आर्टिकल की शुरुआत की है.


आर्टिकल में इस बात का भी जिक्र किया गया है, ''मोदी की सरकार में हर तबका अल्पसंख्यक, उदारवादी और निचली जातियों से लेकर मुस्लिम और ईसाई पर भी हमले हुए.''





मैगजीन के मुताबिक, ''मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान कोई भी आर्थिक नीतियां सफल नहीं नहीं हो पायीं.'' मैगज़ीन ने लिखा है, ''मोदी सरकार अपने कार्यकाल में सिर्फ जहरीले धार्मिक राष्ट्रवाद का माहौल बनाया.''


लेख में यह भी लिखा गया है कि पीएम मोदी भाग्यशाली हैं कि कांग्रेस समेत तमाम विपक्ष उन्हें हराने में सफल नहीं हो पाएंगे क्योंकि उनक गठबंधन मजबूत नहीं है. गठबंधन दलों के पास कोई एजेंडा भी नहीं है.


मैगज़ीन ने भारत में कट्टरता भरे माहौल के लिए पीएम मोदी की आलोचना की है तो वहीं उनकी आर्थिक नीतियों की जमकर तारीफ भी की है. मैगज़ीन ने लिखा है कि मौजूदा परिस्थितियों में नरेंद्र मोदी से भारत की जनता को सबसे ज्यादा उम्मीद है.


टाइम पत्रिका में इयान ब्रेमर ने अपने लेख के जरिए उज्जवला योजना, स्वच्छता अभियान, जीएसटी, जनधन योजना लागू करने के लिए पीएम की तारीफ की है. लेख में इस बात का भी जिक्र है कि भारत में बदलाव लाने के लिए जिन चीजों की जरूरत है उसके लिए पीएम मोदी फिट हैं.



मैगज़ीन में लेख छपने के बाद लोग सोशल मिडिया पर इस लेख और मैगजीन की चर्चा कर रहे हैं. इस मुद्दे पर लोग काफी ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं.


टाइम मैगजीन काफी देर से ट्वटिर के ट्रेंड में बना हुआ है. कुछ लोग टाइम मैगज़ीन के पुराने कवर पेज को ट्वीट कर चुटकी ले रहे हैं.


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