नई दिल्ली: इस लोकसभा चुनाव में दक्षिण भारत का काफी अहम रोल है. आंध्रप्रदेश और तेलंगाना में दो बड़ी राजनीतिक पार्टियों के मुख्यमंत्रियों के बच्चों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. एक तरफ आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री एन.चंद्रबाबू नायडू के बेटे चुनावी रण में है तो वहीं तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी कल्वकुंतला कविता भी चुनाव लड़ रही हैं. ऐसे में अपने-अपने पिता की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने के लिए इस चुनाव में जीतना दोनों के लिए काफी महत्वपूर्ण है.
चंद्रबाबू नायडू के बेटे नारा लोकेश चुनावी मैदान में
लोकसभा चुनाव 2019 में सभी सियासी दल जोरआजमाइश में लगे हुए हैं. जितनी चर्चा पार्टियों में मुकाबले को लेकर है उससे कहीं ज्यादा भविष्य के सत्ताधारी नेता यानी प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवारों को लेकर हो रही है. इस बाबत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी तो सुर्खियों में है हीं लेकिन साथ ही क्षेत्रीय नेताओं को लेकर भी चर्चा कुछ कम नहीं है. बीजेपी और कांग्रेस के अलावा भी कई पार्टियों के नेता देश की प्रधानमंत्री पद के लिए विकल्प के तौर पर चर्चा में हैं. तेलगू देशम पार्टी के अध्यक्ष और आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू भी ऐसे ही नेताओं में से एक हैं.
जहां एक तरफ चंद्रबाबू नायडू राष्ट्रीय राजनीति में दखल दे रहे हैं तो वहीं विधानसभा चुनाव में उनके बेटे नारा लोकेश लड़ रहे हैं. इस तरह उनका मकसद यह भी हो सकता है कि अगर वह राज्य की राजनीति को छोड़ केंद्र की राजनीति में आते हैं तो ऐसी स्थिति में उनका बेटा सूबे की सियासत को संभाले. विरासत की राजनीति का अनुसरण करते हुए चंद्रबाबू ने अपने बेटे को पार्टी और सरकार में महत्वपूर्ण पद सौंपने के अलावा मंत्री भी बनाया है.
चंद्रबाबू अपने बेटे लोकेश को विधानसभा चुनाव में गुंटूर जिले के मंगलगिरी विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा है. यह क्षेत्र वाईएसआर कांग्रेस पार्टी का गढ़ है. अगर लोकेश यहां से चुनाव जीतते हैं तो पार्टी और राज्य की सियासत में उनका कद काफी बढेगा और साथ ही वह अपने पिता के उत्तराधिकारी बनने के लिए पूरी तरह तैयार भी हो जाएंगे.
के. चंद्रशेखर राव की बेटी कल्वकुंतला कविता निजामाबाद सीट से मैदान में
तेलंगाना में कांग्रेस के दबदबे वाली निजामाबाद सीट पर 2014 के चुनाव में पहली बार तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) ने खाता खोला था. राज्य के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी कल्वकुंतला कविता इस सीट से चुनकर संसद की दहलीज पर पहुंचीं. कविता को राज्य की पहली महिला सांसद होने का गौरव प्राप्त है. इस बार भी टीआरएस की इस उम्मीदवार के खिलाफ कांग्रेस ने भी अपने प्रत्याशी मधु यस्की गौड़ को दोहराया. वहीं बीजेपी की तरफ से डी. अरविंद के रूप नया चेहरा मैदान में है. इस बार भी कविता इस सीट पर जीत दर्ज कर पिता की राजनीतिक विरासत की वारिस के रुप में खुद को साबित करना चाहेगी.
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