कोलकाता: लोकसभा चुनाव 2019 में बीजेपी को चुनौती देने के ख्याल से आज एक बार फिर विपक्षी दलों का जमावड़ा लगेगा. इस बार जगह कोलकाता है और सियासी जमघट का नेतृत्व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की अध्यक्ष ममता बनर्जी कर रही हैं. ममता ने इसे ‘यूनाइटेड इंडिया रैली’ का नाम दिया है और इस रैली में 15 दलों के शामिल होने की संभावना है.
रैली में सबसे दिलचस्प नजारा देखने को मिल सकता है. क्योंकि मंच पर समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव, बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के नेता सतीश चंद्र मिश्रा, आरएलडी के अजीत सिंह, कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे और अभिषेक मनु सिंघवी भी होंगे. उत्तर प्रदेश में एसपी-बीएसपी-आरएलडी ने गठबंधन में कांग्रेस को जगह नहीं दी है.
हालांकि ममता की रैली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और बीएसपी सुप्रीमो मायावती की मौजूदगी नहीं होगी. तीनों नेता प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार माने जाते हैं. बीजेपी ने मायावती-राहुल के रैली में नहीं जाने पर तंज कसा है.
बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट कर कहा, ''सुना है, कल पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की रैली में मायावती और राहुल गांधी नहीं आ रहे हैं!!!! मतलब साफ नजर आता है !!?? अभी तो शुरुआत है !! लोकसभा चुनाव हो जाने दीजिये, परस्पर विरोधी और अवसरवादी ये नेता एक दूसरे की इज़्ज़त की धज्जियां उड़ाते नजर आयेंगे''
एसपी-कांग्रेस की सफाई
हालांकि, एसपी उपाध्यक्ष किरणमय नंदा ने कहा, ‘‘यह बीजेपी विरोधी रैली है. इसलिए कई विपक्षी दल इसमें भाग ले रहे हैं और हम भी इसका हिस्सा हैं. इसका उत्तर प्रदेश की राजनीति से कोई लेना - देना नहीं है क्योंकि वह बिल्कुल ही एक अलग मोर्चा है.’’
वहीं, कांग्रेस को भी यह लगता है कि विपक्ष की महारैली से उत्तर प्रदेश में राजनीतिक समीकरण के बारे में गलतफहमी नहीं होनी चाहिए. रैली का आयोजन कर रही तृणमूल कांग्रेस ने कहा, ‘‘क्षेत्रीय राजनीतिक मजबूरियों को इस प्रस्तावित रैली से जुड़े बड़े राजनीतिक उद्देश्यों में नहीं मिलाना चाहिए.’’
कौन-कौन करेंगे शिरकत?
इस रैली में जिन अन्य नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है, उनमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, डीएमके नेता एमके स्टालिन, कर्नाटक के मुख्यमंत्री व जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और टीडीपी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू शामिल हैं. इनके अलावा पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला के भी शामिल होने की उम्मीद है.
इसके साथ-साथ एनसीपी प्रमुख शरद पवार, पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा और अरूण शौरी, पाटीदार नेता हार्दिक पटेल, दलित नेता जिग्नेश मेवाणी, झारखंड विकास मोर्चा के बाबूलाल मरांडी और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी मंच पर नजर आएंगे. मंगलवार को बीजेपी छोड़ने वाले अरूणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री गेगोंग अपांग भी रैली में शामिल होंगे.