नई दिल्ली: एसपीजी सुरक्षा प्राप्त लोगों के लिए नियमों के उल्लंघन के मामले में ओडिशा के संबलपुर में पीएम मोदी के हेलीकॉप्टर की जांच करने के वास्ते निलंबित किए गए EC के महा पर्यवेक्षक को वापस कर्नाटक भेज दिया गया है. वह कर्नाटर कैडर के 1996 बैच के आईएएस अधिकारी हैं.


आयोग ने एसपीजी सुरक्षा प्राप्त लोगों के लिए उसके निर्देशों का उल्लंघन करने के लिए ओडिशा के संबलपुर में अपने महा पर्यवेक्षक को पिछले सप्ताह निलंबित कर दिया था. आयोग का निर्देश है कि एसपीजी सुरक्षा प्राप्त लोगों की जांच ना की जाए.


मोहम्मद मोहसिन ने गत मंगलवार को प्रधानमंत्री के काफिले में कुछ सामान की जांच करने की कोशिश की थी. मोदी ने मंगलवार को संबलपुर में एक रैली को संबोधित किया था.


निर्वाचन आयोग द्वारा मंगलवार को जारी किए गए आदेश में कहा गया था कि संबलपुर के महा पर्यवेक्षक मोहम्मद मोहसिन ने निर्वाचन आयोग के मौजूदा निर्देशों का उल्लंघन किया. एक सूत्र ने कहा, ‘‘यह नियम है कि एसपीजी सुरक्षा प्राप्त लोगों को जांच से छूट मिलेगी. एक पर्यवेक्षक होने के नाते उन्हें इस निर्देश की जानकारी होनी चाहिए थी. निलंबन का कारण ड्यूटी में लापरवाही है.’’


घटना के बाद उन्हें संबलपुर मुख्यालय से संबद्ध कर दिया गया. अब उन्हें कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से संबद्ध कर दिया गया है. एक प्रवक्ता ने बताया कि वह अभी निलंबित रहेंगे.


निर्वाचन आयोग ने बताया कि प्रधानमंत्री समेत एसपीजी सुरक्षा प्राप्त लोगों को छूट देने का आदेश अप्रैल 2014 में जारी किया गया. निर्वाचन अयोग ने जिलाधीश और उप पुलिस महानिरीक्षक की रिपोर्ट के आधार पर मोहसिन के खिलाफ कार्रवाई की.


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