नई दिल्ली: पहले चरण के लोकसभा चुनाव होने के बाद अब एक बार फिर ईवीएम का मुद्दा गरमा गया है. विपक्षी दलों ने आज इस मुद्दे पर दिल्ली में एक प्रेस कांन्फ्रेंस की जिसमें कहा गया कि वोटिंग के दौरान ईवीएम ठीक से काम नहीं कर रहा था और वोट किसी दूसरी पार्टियों के नेताओं को जा रहा था. इन दलों ने यह भी आरोप लगाया कि वोटिंग मशीन के कुछ बटन खराब थे.
प्रेस कांन्फ्रेंस में बोलते हुए अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि ईवीएम के मुद्दे पर विपक्ष सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा न्याय के लिए खटखटाएगा. प्रेस कांन्फ्रेंस में अभिषेक मनु सिंघवी के साथ टीडीपी नेता और आंध्र प्रदेश के सीएम चन्द्र बाबू नायडू, आप चीफ अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल मौजूद थे.
कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, "ईवीएम के मुद्दे पर हम फिर से उच्चतम न्यायालय जाएंगे. हम नहीं मानते कि चुनाव आयोग ठीक से अपना काम कर रहा है." उन्होंने कहा, "वोटिंग मशीन में बटन खराब है. वोट किसी को दो जाता किसी को है. वीवीपीएटी में केवल चार सेकेंड तक तस्वीर दिखती है. वोटरलिस्ट में गड़बड़ी तो है ही."
काग्रेस नेता ने कहा कि बेहतर होगा कि वीवीपीएटी के 50 फीसदी पर्चे की गिनती हो. सुप्रीम कोर्ट ने कुछ दिनों पहले दिए अपने एक फैसले में वीवीपीएटी के पर्चे की गिनती बढ़ाने का आदेश दिया था. कांग्रेस नेता ने कहा कि हम अदालत से वीवीपीएटी पर्चे की गिनती की संख्या बढ़ाने की मांग करेंगे. उन्होंने कहा कि मांग करने वाली 21 पार्टियां देश के 70 फीसदी जनसंख्या का प्रतिनिधित्व करती हैं.
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