मेरठ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उत्तर प्रदेश के मेरठ से चुनावी महाप्रचार का बिगुल फूंक दिया. मेरठ में रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार की उपलब्धियां तो गिनाईं ही इसके साथ ही विरोधियों पर जमकर हमला बोला. प्रधानमंत्री ने विपक्ष के महागठबंधन को महामिलावटी गठबंधन बताते हुए कहा कि आज एक तरफ विकास का ठोस आधार है तो दूसरी तरफ ना नीति है ना विकास है ना ही कहीं नीयत नजर आती है. प्रधानमंत्री ने मिशन शक्ति को लेकर राहुल गांधी हमले का भी जबाव दिया, प्रधानमंत्री ने कहा कि कल जब मैं एसैट की बात कर रहा था तो कुछ 'बुद्धिमान' लोगों लगा कि मैं थिएटर के सेट की बात कर रहा हूं. बता दें कि राहुल गांधी ने डीआरडीओ के वैज्ञानिकों को तो बधाई दी थी लेकिन प्रधानमंत्री को 'वर्ल्ड थिएटर डे' की शुभकामनाएं दी थीं.


प्रधानमंत्री ने कहा, ''कल देश की अंतरिक्ष में हासिल की गई उपलब्धि के बारे में भी कैसी कैसी बाते की गईं. मुझे तो इनकी बुद्धिमत्ता पर शक होता है. थिएटर में सेट शब्द सुनाई देता है, कल जब मैं एसैट की बात कर रहा था तो कुछ बुद्धिमान लोगों लगा कि मैं थिएटर के सेट की बात कर रहा हूं. ऐसे लोगों के बारे में क्या कहा जाए. आज जब भारत अपनी ताकत बढ़ा रहा है, अंतरिक्ष में चौकीदारी करने में सक्षम हो रहा है, इनके पेट में क्यों दर्द हो रहा है.''


जो खाता नहीं खुलवा पाए वो पैसा कैसे डालेंगे- पीएम
प्रधानमंत्री ने पहली प्रधानमंत्री ने कांग्रेस की न्यूनतम आय स्कीम पर भी हमला बोला. प्रधानमंत्री ने कहा, ''जो लोग गरीबों का बैंकों में 70 साल में खाता नहीं खुलवा पाए वो कहते हैं कि खाते में पैसा डाल देंगे. जो खाता नहीं खुलवा पाए वो खाते में पैसा डाल पाएंगे क्या ?''


प्रधानमंत्री ने कहा, ''भारत मन बना चुका है कि देश में फिर एक बार 'मोदी सरकार' बनने जा रही है. जिसे भी 2019 का जनादेश देखना हो इस जनसैलाब को देखे. 5 वर्ष पहले जब मैंने आप सभी से आशीर्वाद मांगा था तो आपने भरपूर प्यार दिया था, मैंने कहा था कि जो काम किया है उसका हिसाब दूंगा, अपना हिसाब दूंगा साथ साथ दूसरों का हिसाब भी लूंगा. ये दोनों काम साथ साथ चलने वाले हैं, तभी तो हिसाब बराबर होगा. आप तो जानते हैं मैं चौकीदार हूं और चौकीदार कभी नाइंसाफी नहीं करता. सबका बारी बारी हिसाब होगा, अपने विरोधियों को पूछूंगा जब आप सरकार में थे तब आप नाकाम क्यों रहे. क्यों देश का भरोसा तोड़ा.''


एक तरफ विकास दूसरी तरफ ना नीति ना नीयित- पीएम
महगठबंधन पर हमला बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ''आज एक तरफ विकास का ठोस आधार है तो दूसरी तरफ ना नीति है ना विकास है ना ही कहीं नीयत नजर आती है. एक तरफ फैसले लेने वाली सरकार है तो दूसरी तरफ दशकों तक फैसले टालने वाला इतिहास है. एक तरफ नया भारत है तो दूसरी तरफ वंशवाद और भ्रष्टाचार है. एक तरफ दमदार चौकीदार है तो दूसरी तरफ दागदारों की भरमार है.''


सर्जिकल स्ट्राइक का साहस चौकीदार ने दिखाया- पीएम
प्रधानमंत्री ने सर्जिकल स्ट्राइक का मुद्दा उठाते हुए कहा, ''इस देश में सिर्फ नारे लगाने वाली सरकारी बहुत देखी हैं लेकिन पहली बार ऐसी निर्णायक सरकार भी देख रहा है जो अपने संकल्प को सिद्ध करना जानती है. जमीन हो, आकाश हो या अंतरिक्ष सर्जिकल स्ट्राइक का साहस आपके इस चौकीदार ने दिखाया. चालीस साल से हमारे सैनिक ओरआरओपी मांग रहे थे, उसे पूरा करने का काम भी इसी चौकीदार ने किया. हमारा विजन एक ऐसे नए भारत का है, जो अपने गौरवशाली अतीत के अनुरूप ही वैभवशाली होगा. एक ऐसा नया भारत जिसकी नई पहचान होगी, जहां सुरक्षा, समृद्धि और सम्मान के संस्कार होंगे.''


आरक्षण और आयकर छूट का मुद्दा भी उठाया
गरीब सवर्णों को 10 प्रतिशत आरक्षण देने के अरपनी सराकर के फैसले को भी जनता के बीच रखा. प्रधानमंत्री ने कहा, ''जब आपने ये खबर सुनी होगी तो आपको भी गर्व हुआ होगा. सामान्य वर्ग के गरीबों को 10% आरक्षण देने का एतिहासिक फैसला हमने लिया. देश के ईमानदार करदाताओं को पांच लाख तक की आय पर टैक्स जीरो करने का रिकॉर्ड भी हमने की बनाया है. समाज का ऐसा कोई व्यक्ति नहीं और देश का ऐसा कोई कोना नहीं जो हमारे विकास से अछूता रह गया हो.''


पिछली सरकार में जगह-जगह धमाके होते थे- पीएम
पिछली यूपीए सरकार पर हमला बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ''जरा एक बार उन पुराने दिनों को याद करिए और बताइए कि इन महामिलावटी लोगों की सरकार जब दिल्ली में थी तब देश में आए दिन बम धमाके होते थे कि नहीं होते थे ? ये महामिलावटी आतंकियों को संरक्षण देते थे कि नहीं देते थे ? ये महामिलावटी आतंकियों की जाति देखकर तय करते थे कि सजा दिलवानी है कि नहीं दिलवानी है? क्या ऐसे महामिलावट के हाथ में देश सुरक्षित रहेगा?


यूपी की कानून व्यवस्था का मुद्दा उठाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ''मेरठ और पश्चिमी यूपी तो इनके कारनामों को भुगत चुका है, जब से योगी जी की सरकार आई तब से गुंडों और बदमाशों में डर और भय है. बेटियों के साथ अत्याचार करने वाले आज 100 बार सोचते हैं. क्योंकि आपके इस चौकीदार ने ऐसे लोगों को फांसी तक का प्रावधान कर दिया है. ये बातें इसलिए बता रहा हूं क्योंकि हम सभी मिलकर बीते पांच सालों में देश को जिस स्थिति से निकाल कर लाए हैं. इसे और मजबूत करना है. मजबूत देश के लिए मजबूत सरकार चाहिए.''


महामिलावट में पाकिस्तान में हीरो बनने की स्पर्धा- पीएम
प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि महामिलावट में पाकिस्तान में हीरो बनने की स्पर्धा चल रही है. प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्ष एयर स्ट्राइक का सबूत मांग रहा था जबति हमारे देश का सपूत ही हमारा सबूत है. प्रधानमंत्री ने कहा, ''अगर इन महामिलावटी लोगों को जरा भी मौका मिल गया तो देश को पुरानी स्थिति में जाने में जरा भी देर नहीं लगने वाली. ये कितने बेचैन और बौखलाए हुए हैं ये देश दो महीने से साफ साफ देख रहा है. आज स्थिति है कि कुछ दिन पहले जो लोग इस चौकीदार को चुनौती देते फिरते थे और रोते फिर रहे हैं. सवाल पूछ रहे हैं कि मोदी ने आतंकियों के अड्डों को नष्ट क्यों किया, पाकिस्तान को घर में घुसकर क्यों मारा? आज पाकिस्तान में हीरो कौन बनेगा, इसकी महामिलावट में प्रतिस्पर्धा लगी है. मैं देश से पूछना चाहता हूं कि हमें सबूत चाहिए या सपूत चाहिए? मेरे देश के सबूत ही मेरे देश का सबसे बड़े सबूत हैं. जो सबूत मांगते हैं वो सपूत को ललकारते हैं.''


अगर एयर स्ट्राइक विफल होती तो मोदी को दोष देते- पीएम
प्रधानमंत्री ने कहा, ''26 फरवरी की वो तारीख जिसके बारे में सोचकर आतंक के सरपरस्तों की रूह कांप रही है. लेकिन जरा सोचिए कि 26 फरवरी को हमारे देश के वीर सैनिकों ने पराक्रम किया, अगर उसमें थोड़ी भी गड़बड़ हो जाती तो ये लोग मेरे पुतले जलाते या नहीं जलाते ? मुझे दुनिया भर की गालियां देते कि नहीं देते, इसका सारा दोष मोदी को ही देते. मैं देश के लिए अपना सबकुछ दांव पर लगाने के लिए तैयार रहने वाला व्यक्ति हूं. कोई राजनीतिक दबाव या अंतरराष्ट्रीय दबाव मुझे नहीं डरा पाएगा. मैं किसी भी तरह का बोझ लेकर नहीं चलता और बोझ लेकर चलूं भी क्यों, मेरे पास है ही क्या. जो दिया देश ने दिया. चिंता तो उसे होती है जिसे कुछ खोने का डर होता है''


यूपी के एसपी-बीएसपी गठबंधन पर पीएम ने साधा निशाना
उत्तर प्रदेश के सपा-बसपा गठबंधन को भी प्रधानमंत्री ने निशाने पर लिया. उन्होंने कहा, ''उत्तर प्रदेश में जिस पार्टी के नेताओं को जेल भेजने के लिए, बहन जी ने जीवन के 2 दशक लगा दिए उसी से उन्होंने हाथ मिला लिया है. जिस दल के नेता बहन जी को गेस्ट हाउस में ही खत्म कर देना चाहते थे, वो अब उनके साथी बन गए हैं. अभी पिछले चुनाव में यूपी ने 2 लड़कों का खेल देखा और 2 लड़कों से बुआ-बबुआ तक पहुंचने में जो तेजी दिखाई गई हैं. वो बहुत गजब हैंबोर्ड बदलने से दुकान नहीं बदलती. 2014 में और 2017 में यहां के लोग इन्हें दिखा चुके हैं कि उत्तर प्रदेश को जातियों में बांटने की कोशिश अब सफल नहीं होगी. सब जान गए हैं कि जब देश बचेगा, तभी तो समाज भी बचेगा. इस बार भी यूपी की जनता का फैसला 2014 और 2017 से भी ज्यादा शानदार आने वाला है.''