नई दिल्ली: हिंदुओं पर आतंकवाद का ठप्पा लगाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आरोप पर पलटवार करते हुए कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री को इस बारे में अपने मंत्रिमंडल के सहयोगी आरके सिंह से सवाल करना चाहिए क्योंकि उन्होंने गृह सचिव रहते हुए 'हिंदू आतंकवाद' शब्द गढ़ा था. पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी ने प्रधानमंत्री पर वर्धा की चुनावी सभा में धर्म के आधार पर बात करके लोकतंत्र का अपमान करने का आरोप लगाते हुए यह भी कहा कि अगर मोदी के दिल में दक्षिण भारत को लेकर कोई संवेदना है तो उन्हें भी वहां से चुनाव लड़ना चाहिए.


तिवारी ने कहा, ''कांग्रेस देश के सभी नागरिकों को नागरिक के तौर पर देखती है. उनको समुदाय के तौर पर नहीं देखती. हमारी सोच इतनी संकीर्ण नहीं है कि हम प्रधानमंत्री की तरह भारतीय नागरिकों को जाति और धर्म की नजर से देखें. प्रधानमंत्री ऐसा करके लोकतंत्र का अपमान करते हैं.'' उन्होंने कहा, ''हिंदू आतंकवाद शब्द का इजाद प्रधानमंत्री मोदी के मंत्रिमंडल के एक सदस्य और पूर्व गृह सचिव (आरके सिंह) ने किया था. इसलिए मोदी जी को अपने मंत्री से इस बारे में पूछना चाहिए.''


कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के केरल की वायनाड सीट से चुनाव लड़ने को लेकर प्रधानमंत्री के हमले पर तिवारी ने पलटवार करते हुए कहा, ''अतीत में कई बार ऐसा हुआ है कि कांग्रेस के नेता उत्तर भारत और दक्षिण भारत से एक साथ चुनाव लड़ते रहे हैं और राहुल गांधी भी उसी परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं. अगर प्रधानमंत्री के दिल में दक्षिण भारत के लिए कोई संवेदना है तो उन्हें चुनाव लड़ने से कौन रोक रहा है?'' उन्होंने सवाल किया, ''क्या पिछली बार मोदी जी ने दो जगह से चुनाव नहीं लड़ा था? वह वाराणसी से भागे थे या वड़ोदरा से भागे थे?''


तिवारी ने दावा किया, ''यह दुखद है कि प्रधानमंत्री ने पिछले चुनावों में जो झूठ बोले थे, वह उनसे ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं. यह चुनाव मोदी सरकार की विफलताओं के मुद्दे पर लड़ा जा रहा है.'' दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को कांग्रेस पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि उसने शांतिप्रिय हिन्दुओं पर आतंकवादी होने का ठप्पा लगाने और धर्म के मार्ग पर चलने वालों को अपमानित किया है.


महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन के लिए चुनाव प्रचार की शुरुआत करते हुए एक जनसभा में मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने 'हिन्दू आतंकवाद' शब्द ईजाद किया. मोदी ने कहा, ''उस पार्टी (कांग्रेस) के नेता अब बहुसंख्यक (हिन्दू) आबादी वाली सीटों से चुनाव लड़ने से डर रहे हैं.'' गौरतलब है कि गांधी इस बार अपनी परंपरागत सीट अमेठी (उत्तर प्रदेश) के अलावा केरल के वायनाड से भी चुनाव लड़ रहे हैं.


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