नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि चार चरणों के मतदान के बाद उनकी पार्टी का आंतरिक आंकलन बताता है कि बीजेपी लोकसभा चुनाव में हार जाएगी और वह एक 'डरे हुए प्रधानमंत्री' को विपक्ष के हमलों का सामना करने में असमर्थ देख रहे हैं. गांधी ने पार्टी मुख्यालय में कहा कि पांच साल पहले कहा जाता था कि मोदी को हराया नहीं जा सकता और वह 10-15 साल शासन करेंगे, लेकिन कांग्रेस ने उन्हें खत्म कर दिया है.


कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं पी चिदंबरम, अहमद पटेल, आनंद शर्मा और रणदीप सुरजेवाला की मौजूदगी में गांधी ने कहा, ''जो ढांचा खड़ा है, वो खोखला है. यह 10-15 दिन में ढह जाएगा.'' उन्होंने दावा किया कि चुनाव की आधी से अधिक प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और स्पष्ट संकेत मिल रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी हार रहे हैं.


एक गुप्त लहर है और बीजेपी हार रही है- राहुल
गांधी ने कहा, ''एक गुप्त लहर है और बीजेपी हार रही है. मुझे बीजेपी का कोई रणनीतिक प्रचार नहीं दिखाई देता. मुझे एक डरे हुए प्रधानमंत्री दिखाई दे रहे हैं जो विपक्ष के हमलों का सामना करने में असमर्थ हैं और जो पूरी तरह मान चुके हैं कि वह फंस गये हैं और कामयाब नहीं होने वाले.'' लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के बहुत अच्छे प्रदर्शन का भरोसा जताते हुए गांधी ने कहा कि बीजेपी का प्रचार अभियान 'डराने' वाला है.


'चौकीदार चोर है' वाले नारे को सुप्रीम कोर्ट से जोड़ने के लिए उससे माफी के सवाल पर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने खेद जताया कि अदालत की एक प्रक्रिया थी और उन्होंने उस पर टिप्पणी की थी. हालांकि उन्होंने कहा कि वह राफेल सौदे में भ्रष्टाचार के लिए बीजेपी और प्रधानमंत्री के खिलाफ अपने नारे पर कायम हैं.


'चौकीदार' ने 30 हजार करोड़ रुपये चुराये- कांग्रेस अध्यक्ष
कांग्रेस अध्यक्ष ने एक बार फिर मोदी को रोजगार और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर बहस की चुनौती दी. उन्होंने कहा, ''मैं उनसे अनिल अंबानी के घर को छोड़कर कहीं भी बहस कर सकता हूं.'' गांधी ने आरोप दोहराया कि राफेल सौदे में 'चौकीदार' ने 30 हजार करोड़ रुपये चुराये. चुनाव के बाद प्रधानमंत्री कौन बनेगा, इस प्रश्न के जवाब में गांधी ने कहा कि जनता तय करेगी. उन्होंने कहा, ''मुख्य मुद्दे रोजगार, किसान, प्रधानमंत्री का भ्रष्टाचार और संस्थानों पर हमले हैं.''


मोदी रोजगार के बारे में एक शब्द भी नहीं बोलते- राहुल
गांधी ने कहा, ''देश प्रधानमंत्री से जानना चाहता है. आपने युवाओं से कहा था कि आप एक साल में दो करोड़ नौकरी देंगे और आज बेरोजगारी 45 साल के सर्वोच्च स्तर पर है. कांग्रेस पार्टी के घोषणापत्र का पहला अध्याय रोजगार पर है. हमने सारा ब्योरा दिया है कि हम कैसे नौकरी उपलब्ध कराएंगे, न्याय योजना के क्या फायदे हैं.'' उन्होंने कहा कि मोदी रोजगार के बारे में एक शब्द भी नहीं बोलते, क्योंकि वह कुछ नहीं कह सकते. उनके पास न कोई योजना है और न कोई रिकार्ड. गांधी ने न्याय योजना पर विस्तार से रोशनी डालते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी ने अर्थव्यवस्था में नोटबंदी की, जबकि न्याय योजना फिर से अर्थव्यवस्था में धन डालेगी.


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