कांग्रेस ‘अध्यक्ष’ राहुल गांधी का रिपोर्ट कार्ड, जानें अपने कार्यकाल में कहां-कहां जीते, कहां-कहां हारे
लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के साथ-साथ राहुल गांधी अपनी खानदानी सीट अमेठी भी गवां बैठे. हालांकि राहुल ने केरल की वायनाड सीट पर रिकॉर्ड वोटों से जीत हासिल की.
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में राहुल गांधी ने इस्तीफे की पेशकश की. लेकिन राहुल का इस्तीफा सीडब्ल्यूसी ने नामंजूर कर दिया. नतीजों वाले दिन से ही राहुल गांधी के इस्तीफे को लेकर चर्चाएं जोरों पर थी. लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी के नेतृत्व में पार्टी को शर्मनाक हार झेलनी पड़ी. 2014 के चुनाव में 44 सीटें जीतने वाली कांग्रेस को इस बार बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी, लेकिन उम्मीद पूरी नहीं हो सकी और पार्टी मात्र 52 सीटों पर ही सिमट गई. राहुल गांधी को गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान 16 दिसंबर 2017 में पार्टी की कमान सौंपी गई थी.
राहुल गांधी को अध्यक्ष पद मिलने के बाद कांग्रेस को कई विधानसभा चुनावों में हार मिली, जिसके बाद उनके नेतृत्व पर सवाल उठाए जाने लगे थे. लेकिन लोकसभा चुनाव से लगभग 6 महीने पहले राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ने मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बीजेपी को हराकर जीत हासिल की. इस जीत के साथ एक बार फिर राहुल गांधी के नेतृत्व पर कांग्रेस को भरोसा हो गया. लेकिन अब लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के साथ-साथ राहुल गांधी अपनी खानदानी सीट अमेठी भी गवां बैठे. हालांकि राहुल ने केरल की वायनाड सीट पर रिकॉर्ड वोटों से जीत हासिल की.
राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद से देश में 14 राज्यों में विधासभा चुनाव और अब लोकसभा चुनाव हुए हैं. 14 राज्यों में से कांग्रेस सिर्फ चार राज्यों में ही अपनी सरकार बना पाई. ये राज्य कर्नाटक, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान हैं. वहीं, कांग्रेस ने इन चुनावों में मेघालय और मिजोरम राज्य गवां दिए. जानें अध्यक्ष पद के कार्यकाल के दौरान राहुल गांधी कितने चुनाव जीते हैं और कितने चुनाव हारे हैं.
(साल- 2017)
गुजरात विधानसभा चुनाव
राहुल गांधी ने गुजरात विधानसभा चुनाव से ठीक दो दिन पहले कांग्रेस की कमान संभाली थी. लेकिन इस चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था. गुजरात विधानसभा की 182 सीटों में से कांग्रेस ने 77 सीटों पर कब्जा किया था, जबकि बीजेपी ने 99 सीटें जीतकर राज्य में एक बार फिर सरकार बनाई थी.
(साल- 2018)
त्रिपुरा विधानसभा चुनाव
साल 2018 में त्रिपुरा में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया था. यहां कांग्रेस पहले मुख्य विपक्षी हुआ करती थी. इस चुनाव में बीजेपी गठबंधन को 43 सीटों पर जीत मिली थी. वहीं 25 सालों तक त्रिपुरा में सरकार चलाने वाली सीपीएम को सिर्फ 16 सीटें ही नसीब हुई.
मेघालय विधानसभा चुनाव
पिछले साल मेघालय में 59 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, लेकिन उसको बहुमत नहीं मिला था. कांग्रेस को 21 सीटों पर जीत हासिल हुई थी. उधर, एनपीपी दूसरी बड़ी पार्टी के रूप में सामने आई है, जिसके खाते में 19 सीटें गईं. वहीं बीजेपी को 2 सीटों पर जीत मिली, जबकि यूडीपी को 6 सीटें हासिल हुई. यहां अन्य के खाते में 11 सीटें गई. जिसके बाद यहां बीजेपी-एनपीपी ने बाकी पार्टियों को साथ लेकर अपनी सरकार बनाई और सत्तारूढ़ कांग्रेस के हाथ से मेघालय निकल गया.
नागालैंड विधानसभा चुनाव
नगालैंड की 60 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी-एनडीपीपी गठबंधन और सत्ताधारी नगा पीपुल्स फ्रंट को 29-29 सीटें मिली थी. यहां एक सीट पर निर्दलीय और एक पर जनता दल यूनाइटेड (JDU) प्रत्याशी ने जीत दर्ज की थी. सिर्फ 18 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस को यहां एक भी सीट नहीं मिली थी.
कर्नाटक विधानसभा चुनाव
पिछले साल कर्नाटक में कांग्रेस ने जेडीएस के साथ मिलकर अपनी सरकार बनाई. हालांकि यहां 224 सदस्यीय विधानसभा में जादुई आंकड़ा हासिल करने में बीजेपी, कांग्रेस और जेडीएस विफल रही. बीजेपी 104 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी. जबकि कांग्रेस 78 सीट जीतकर दूसरे और जेडीएस 37 सीट जीतकर स्थान पर रही. कांग्रेस-जेडीएस ने चुनाव नतीजे आने के बाद गठबंधन का एलान किया और राज्य में अपनी सरकार बनाई.
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव
छत्तीसगढ़ 2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने राज्य में एकतरफा जीत दर्ज की थी. यहां 91 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस ने 68 सीटों पर कब्जा करके राज्य में अपनी सरकार बनाई थी और बीजेपी को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाया था. इस चुनाव में बीजेपी को सिर्फ 14 सीटों पर जीत मिली थी. वहीं जेसीसी ने पांच और बीएसपी ने 2 सीटें जीती थीं.
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव
छत्तीसगढ़ के साथ-साथ मध्यप्रदेश में भी बीजेपी को सत्ता से बाहर करके कांग्रेस ने अपनी सरकार बनाई थी. राज्य की 230 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस ने 114 सीटों पर जीत हासिल की थी, वहीं बीजेपी 109 सीटों पर रह गई. हालांकि, कांग्रेस बहुमत के जादूई आंकड़े 116 से दो सीट दूर रह गई. जिसके बाद उसने बसपा और निर्दलीय के समर्थन से राज्य में अपनी सरकार बनाई.
राजस्थान विधानसभा चुनाव
छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश के साथ-साथ राजस्थान में भी कांग्रेस ने अपनी सरकार बनाई. यहां वसुंधरा राजे की अगुवाई वाली बीजेपी सरकार को सत्ता से बेदखल करके कांग्रेस ने सत्ता में वापसी की. इस चुनाव में कांग्रेस ने 99 सीटों, बीजेपी ने 73 सीटों, आईएनडी ने 13 और बसपा ने 6 सीटों पर कब्जा किया था.
मिजोरम विधानसभा चुनाव
मिजोरम विधानसभा चुनाव में 10 साल बाद कांग्रेस को पस्त कर एमएनएफ ने सत्ता में वापसी, की थी. यहां बीजेपी ने पहली बार खाता खोला था. यहां 40 विधानसभा सीटों में से एमएनएफ (MNF) ने बहुमत हासिल करते हुए 26 सीटें जीती थी. इस चुनाव में कांग्रेस को 26 सीटों का नुकसान हुआ था और उसे सिर्फ 5 सीट पर जीत मिली थी. बीजेपी ने पहली बार मिजोरम में खाता खोला और एक सीट पर कब्जा जमाया था.
तेलंगाना विधानसभा चुनाव
तेलंगाना विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत के साथ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) ने सरकार बनाई थी. यहां टीआरएस को कुल 119 में से 88 सीटें मिली थीं. वहीं कांग्रेस ने महज 19 सीटों पर ही जीत दर्ज की थी. असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम को 7 सीटें, बीजेपी को 1 सीट और तेलुगू देशम को 2 सीटें मिली थीं.
(साल- 2019)
आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव
लोकसभा चुनाव के साथ-साथ आंध्र प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने एक सीट भी नहीं जीती. हालांकि यहां बीजेपी भी अपना खाता खोलने में नाकाम रही. राज्य की 175 विधानसभा सीटों में से वाईएसआर कांग्रेस ने 151 सीटों पर कब्जा किया तो वहीं, टीडीपी ने 23 विधानसभा सीट जीती.
ओडिशा विधानसभा चुनाव
ओडिशा विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस कुछ खास अच्छा नहीं कर पाई. यहां की 146 सीटों में से बीजेडी ने 112 सीटों पर जीत हासिल की है. वहीं बीजेपी के खाते में सिर्फ 23 सीटें ही गई हैं. इसके अलावा 9 विधानसभा सीटें कांग्रेस के खाते में गई हैं और दो सीटें अन्य को मिली.
अरुणाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव
अरुणाचल प्रदेश में बीजेपी ने भारी मतों से जीत हासिल की है. यहां विधानसभा की 60 सीटों में से बीजेपी ने 33 सीटें जीतकर सरकार बनाई. वहीं कांग्रेस को सिर्फ चार सीटें मिलीं. निर्दलीय ने 2 सीटों पर, जनता दल (यूनाइटेड) ने 7 सीटों पर, नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) ने 3 सीटों पर और पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल ने एक सीट पर कब्जा किया है.
सिक्किम विधानसभा चुनाव
सिक्किम विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं हुई. यहां सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा को 17 सीटें मिली और उसने जरुरी बहुमत हासिल किया. वहीं, सत्तारुढ़ सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट को सिर्फ 15 सीटें मिली. हालांकि मोदी लहर के बावजूद यहां बीजेपी भी खाता खोलने में नाकाम रही.