श्रीनगर/जम्मू: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने जम्मू कश्मीर की तीन लोकसभा सीटें बरकरार रखी और नेशनल कांफ्रेंस ने कश्मीर क्षेत्र में दो सीटों पर जीत हासिल की जबकि बारामुला की एक सीट पर वह बढ़त बनाये हुए है. पीडीपी प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को अपने गढ़ अनंतनाग सीट में हार का सामना करना पड़ा है.
इस राज्य से जीतने वाले प्रमुख चेहरों में नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला और केन्द्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह शामिल हैं. राज्य का सबसे बड़ा उलटफेर अनंतनाग सीट पर देखने को मिला जहां नेशनल कांफ्रेंस के उम्मीदवार और उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश हसनैन मसूदी ने महबूबा मुफ्ती को मात दी.
चुनाव आयोग की वेबसाइट के अनुसार मसूदी को 40,180 वोट जबकि कांग्रेस के उम्मीदवार गुलाम अहमद मीर को 33,504 तथा महबूबा मुफ्ती को 30,524 वोट मिले. जम्मू संभाग की उधमपुर सीट पर केंद्रीय मंत्री एवं बीजेपी उम्मीदवार जितेंद्र सिंह ने फिर से जीत दर्ज की. उन्होंने कांग्रेस के विक्रमादित्य सिंह को 3.57 लाख मतों से हराया. यह राज्य में किसी उम्मीदवार की जीत का अब तक का सबसे बड़ा अंतर है. विक्रमादित्य जम्मू कश्मीर के अंतिम राजा कर्ण सिंह के बेटे हैं. उन्होंने 2014 में कांग्रेसी नेता गुलाम नबी आजाद को हराया था.
जम्मू से बीजेपी के उम्मीदवार जुगल किशोर ने कांग्रेस के रामभल्ला को 3,02,875 लाख वोटों से हराया. जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष फारुक अब्दुल्ला ने श्रीनगर लोकसभा सीट पर जीत दर्ज की. उन्होंने 70 हजार से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की. वह चौथी बार लोकसभा के लिए चुने गये हैं.
कांग्रेस इस राज्य में एक भी सीट जीतने में असफल रही. नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी ने भाजपा विरोधी वोट बंटने से रोकने के लिए जम्मू और उधमपुर सीटों पर अपने उम्मीदवार नहीं उतारे थे. लद्दाख लोकसभा सीट पर बीजेपी प्रत्याशी जे टी नामग्याल जीत गये. उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार एवं पत्रकार सह नेता सज्जाद हुसैन को दस हजार नौ सौ तीस मतों से हराया.
कश्मीर क्षेत्र की सीट बारामूला पर नेशनल कांफ्रेंस के उम्मीदवार मोहम्मद अकबर लोन 30 हजार से अधिक वोटों से आगे चल रहे हैं. पीपुल्स कांफ्रेंस के राजा एजाज अली और निर्दलीय उम्मीदवार शेख अब्दुल राशिद उनसे पीछे चल रहे हैं. साल 2014 में बीजेपी और पीडीपी ने तीन-तीन सीटें जीती थीं.
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