मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने पश्चिमी महाराष्ट्र की बारामती सीट 1.55 लाख से अधिक वोटों के अंतर से अपने पास बरकरार रखने में सफलता पायी है. बारामती को पवार परिवार को गढ़ माना जाता है.
सुले को 6,86,714 वोट मिले जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी बीजेपी उम्मीदवार कंचन कुल को 5,30,940 मत मिले. सुले को 52.63 फीसदी वोट हासिल हुए जबकि कुल को 40.69 फीसदी वोट हासिल हुए.
वंचित बहुजन अगाडी उम्मीदवार नवनाथ पडालकर को 44,134 वोट प्राप्त हुए. सुले ने इस बार अपनी जीत का अंतर बेहतर किया. पिछली बार वह बारामती से आरएसपी के महादेव जानकर के खिलाफ 69,719 वोटों से जीते थी.
अन्य स्थान पर शरद पवार के रिश्तेदार एवं पार्टी के वरिष्ठ नेता अजीत पवार के बेटे पार्थ पवार को मावल लोकसभा क्षेत्र में अपने पहले चुनाव में भारी हार का सामना करना पड़ा.
सुप्रिया सुले का राजनीतिक जीवन
सुप्रिया सुले के राजनीतिक सफर पर नजर डालें तो उनकी केंद्रीय राजनीति में एंट्री साल 2006 में हुई, जब वह पहली बार राज्यसभा की सांसद बनीं. इसके बाद 2009 में वह पहली बार लोकसभा के लिए चुनी गईं.उन्होंने इस चुनाव में बीजेपी की कांता नलवाडे को हराया. 23 सितंबर 2009 को उन्हें महिला विकास समिति का सदस्य बनाया गया और 7 अक्टूबर 2009 को उन्हें आचार समिति का सदस्य बनाया गया.
राजनीतिज्ञ होने के अतिरिक्त वह पवार पब्लिक चेरिटेबल ट्रस्ट की अध्यक्ष भी हैं और कई सामाजिक संस्थाओं जैसे एनएबी विमन काउंसिल, नेहरू सेंटर (मुंबई), वाईबी चव्हाण केंद्र (मुंबई) और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑन नोमेडिक एंड डि-नोटेड ट्राइब्स आदि की सदस्य भी हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव में सुप्रिया ने अपनी जीत जारी रखी और संसद में पहुंचीं.
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