नई दिल्ली: भोपाल लोकसभा सीट से बीजेपी की उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के चुनाव प्रचार करने पर इलेक्शन कमीशन ने 72 घंटे यानी 3 दिन का बैन लगा दिया है. ये प्रतिबंध गुरुवार सुबह 6 बजे से लागू होगा. बाबरी मस्जिद पर दिए गए विवादास्पद बयान के बाद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ आईपीसी धारा 188 के तहत आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया था. इसके चलते आज साध्वी प्रज्ञा पर ये बैन लगाया गया है.
हालांकि प्रचार पर बैन के दौरान अब प्रज्ञा भी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरह मंदिरों का दौरा कर रही हैं. आज वह भोपाल में कर्फ्यू वाली माता के मंदिर में पूजा कर रही हैं. साध्वी प्रज्ञा ठाकुर इस मंदिर में भजन गाती हुई दिखी हैं.
इससे पहले जब यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर चुनाव आयोग ने प्रतिबंध लगाया था तब वह भी लखनऊ के हनुमान सेतु स्थित मशहूर हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना की थी. इस दौरान उन्होंने हनुमान चालीसा का जाप किया था.
क्यों लगा साध्वी प्रज्ञा पर बैन
साध्वी ने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा, ''हमने देश से एक कलंक को मिटाया. हम ढांचा को गिराने गए. मुझे काफी गर्व है कि ईश्वर ने मुझे यह मौका दिया और मैं इस कार्य को कर सकी. हम विश्वास दिलाते हैं कि उस स्थल पर राममंदिर का निर्माण होगा.'' साध्वी के इस बयान के चंद घंटों के अंदर ही चुनाव आयोग ने उन्हें नोटिस थमा दिया था. जांच में आयोग ने इस बयान को आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन माना.
इससे पहले भी साध्वी ने शहीद हेमंत करकरे पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. ठाकुर ने कहा था कि एटीएस के पूर्व प्रमुख हेमंत करकरे को उन्होंने शाप दिया था, इसलिए वह मुंबई में 26 नवंबर, 2008 को हुए हमले में आतंकियों के हाथों मारे गए. इस बयान की तीखी निंदा होने पर ठाकुर ने बाद में माफी मांगी और स्वीकार किया कि करकरे एक शहीद हैं.
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