नई दिल्ली: दिल्ली की 7 लोकसभा सीटों में से एक सीट उत्तर-पूर्व सीट है और इस सीट पर एक बार फिर बीजेपी की तरफ से भोजपुरी फिल्मों के स्टार मनोज तिवारी चुनावी मैदान में हैं. एक बार फिर भोजपुरी सुपरस्टार मनोज तिवारी उत्तर-पूर्व सीट से किस्मत आजमाएंगे. ऐसे में आइए जानते हैं उनके बारे में सबकुछ


कौन हैं मनोज तिवारी


मनोज तिवारी बिहार राज्य से आते हैं. वह राजनेता, गायक और अभिनेता हैं. वह भारतीय जनता पार्टी से है. मनोज तिवारी ने साल 2009 के राष्ट्रीय चुनाव में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर राजनीति में कदम रखा लेकिन 2014 के चुनाव से कुछ महीने पहले बीजेपी में शामिल हो गए. उन्होंने कमलाकर चौबे आदर्श सेवा विद्यालय इंटरमीडिएट कॉलेज, वाराणसी से अपनी स्कूली शिक्षा प्राप्त की है. उन्होंने बीएचयू (बनारस हिंदू विश्वविद्यालय), वाराणसी से स्नातक स्तर की पढ़ाई जारी रखी. उन्होंने M.P.Ed (शारीरिक शिक्षा के मास्टर) में डिग्री हासिल की. राजनीति में कदम रखने से पहले वह भोजपुरी सिनेमा के जानेमाने अभिनेता के रूप में लोकप्रिय थे। वो बिग बॉस सीजन 4 में भी दिखे.


2014 में जीते चुनाव


2014 में मनोज तिवारी नॉर्थ ईस्ट दिल्ली से एक लाख 40 हजार की मार्जिन से सांसद का चुनाव जीत लिया. इसके दो साल बाद ही उन्हें दिल्ली बीजेपी का अध्यक्ष बना दिया गया. दरअसल बीजेपी को पिछले विधानसभा चुनावों में बीजेपी के सीएम उम्मीदवार रहे किरण बेदी और हर्षवर्धन पार्टी कुछ खास नहीं कर पाए. ऐसे में दिल्ली बीजेपी को एक नए चेहरे की तलाश थी, जो पूरी पार्टी को एक साथ लेकर चले. ऐसे में मनोज तिवारी को पार्टी अध्यक्ष बनाया गया था. इसके पीछे बीजेपी का मुख्य कारण बताया गया कि दिल्ली में बिहार-यूपी के करीब 30 से 40 लाख लोग रहते हैं. सेलिब्रेटी होने की वजह से काफी लोग उन्हें पसंद करते हैं ऐसे में बीजेपी ने उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाया था.


फिल्मी सफर


मनोज तिवारी का जन्म 1973 में बिहार के एक छोटे से गांव अटरवालिया में हुआ था. 10 साल तक गायकी करने के बाद 2003 में भोजपुरी फिल्म 'ससुरा बड़ा पैसे वाला' से एक्टिंग डेब्यू किया. ना सिर्फ इस फिल्म ने सफलता के झंडे गाढ़े, बल्कि बिहार-झारखंड मोशन पिक्चर्स एसोसिएशन ने यहां तक कहा था कि ये फिल्म भोजपुरी सिनेमा के लिए बड़ा टर्निंग प्वाइंट साबित हुई. इसके बाद मनोज ने कई सफल फिल्में दीं.


उत्तर पूर्वी दिल्ली की लोकसभा सीट की खासियत


दिल्‍ली की पूर्वी दिल्‍ली लोकसभा सीट की खास होने की दो वजहें हैं. पहली, यह सीट देश के अलग-अलग हिस्‍सों से आए प्रवासी भारतीयों का गढ़ है. दूसरी, यह सबसे घनी आबादी वाली लोकसभा सीट है. 2008 में हुए परिसीमन में बनी इस सीट पर 2009 में कांग्रेस के जयप्रकाश अग्रवाल ने, जबकि 2014 में बीजेपी के मनोज तिवारी ने जीत दर्ज की. इस बार इस सीट पर मनोज तिवारी की सीधी टक्कक शीला दीक्षित से होगी.


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