VIP Candidate: पटना साहिब से एक बार फिर शत्रुघ्न सिन्हा लड़ेंगे चुनाव, जानिए उनका पूरा सियासी सफर
शत्रुघ्न सिन्हा राजनीतिक जीवन की शुरुआत की बात करें तो वह 1984 में हुई. इसी साल उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी की अगुवाई वाली भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया.
नई दिल्ली: पटना साहिब सीट पर इस बार मुकाबला कायस्थ जाति के दो उम्मीदवारों के बीच है. एक केंद्र सरकार में मंत्री रविशंकर प्रसाद तो दूसरे बीजेपी से असंतुष्ट होकर कांग्रेस में शामिल होने वाले बॉलीवुड सुपरस्टार शत्रुघ्न सिन्हा. 2008 में हुए परिसीमन के बाद यह सीट अस्तित्व में आई थी. 2009 में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने शत्रुघ्न सिन्हा को इस सीट पर प्रत्याशी बनाकर भेजा था. शत्रुघ्न दोनों इसके बाद 2014 में भी यहां से बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीते थे.
नौ दिसंबर 1945 को बिहार की राजधानी पटना में एक कायस्थ परिवार में जन्मे शत्रुघ्न सिन्हा की बात करें तो उन्होंने प्रारंभिक पढ़ाई के बाद अभिनय सीखने भारतीय फिल्म एंड टेलीविजन संस्थान(एफटीआईआई) चले गए. एफटीआईआई के बाद वह बॉलीवुड निकल पड़े और वहां 100 से भी ज्यादा फिल्में की. इसी दौरान उनका एक डायलॉग 'खामोश' काफी फेमस है. इस डायलॉग ने उनकी पहचान में चार चांद लगा दिया.
शत्रुघ्न सिन्हा राजनीतिक जीवन की शुरुआत की बात करें तो वह 1984 में हुई. इसी साल उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी की अगुवाई वाली भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया. अपनी शानदार आवाज और बोलने की कला की बदौलत उन्हें पार्टी के प्रचार का मौका मिला.
शत्रुघ्न सिन्हा को पहली राजनीतिक कामयाबी 1996 में मिली जब उन्हें बिहार से राज्यसभा सांसद चुना गया. इसके बाद एनडीए के शासन में 2002 में दूसरी बार राज्यसभा के लिए चुना गया. सिन्हा को अटल बिहारी बाजपेय की कैबिनेट में जगह दी गई और 2003 में स्वास्थ्य मंत्री बनाया गया. 2004 में उन्हें जहाजरानी मंत्री बना दिया गया. 2009 और 2014 में पटना साहिब से आम चुनाव में जीत चुके शत्रुघ्न फिलहाल 16वीं लोकसभा के सांसद हैं.
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