नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इस बार बेहद रोमांचक और त्रिकोणीय मुकाबला होने जा रहा है. लखनऊ सीट से बीजेपी ने जहां मौजूदा सांसद और केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह पर दोबारा भरोसा जताया है तो वहीं समाजवादी पार्टी ने शॉटगन शत्रुघ्न सिन्हा की पत्नी पूनम सिन्हा को मैदान में उतारा है.


कांग्रेस ने भी सबको हैरान करते हुए इस वीआईपी सीट पर आचार्य प्रमोद कृष्णम को मैदान ए जंग में उतार दिया. इन तीन कद्दावर उम्मीदवारों के मैदान में आने से लखनऊ सीट लोकसभा सीट हाई प्रोफाइल हो गई है. अपनी वीआईपी कैंडिटेट सीरीज़ में हम आपको पूनम सिन्हा के सियासी सफर के बारे में बता रहे हैं.


पूनम सिन्हा को जानिए
पूनम सिन्हा पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता शत्रुघन सिन्हा की पत्नी हैं. पूनम सिन्हा पहली बार चुनाव लड़ रही हैं, चुनाव लड़ने से कुछ दिन पहले ही समाजवादी पार्टी में शामिल हुईं. यह चुनाव उनके राजनीतिक करियर का डेब्यू है. पूनम सिन्हा राजनीति में आने पहले अभिनेत्री थीं. साल 1968 में मिस यंग इंडिया का खिताब भी जीत चुकी हैं. पूनम सिन्हा ने कई बॉलीवुड फिल्मों में भी काम किया है. इनमें जिग्री दोस्त, दिल दीवाना, सबक आदि शामिल है.


1980 में शत्रुघ्न से शादी के बाद उन्होंने फिल्मों को अलविदा कह दिया था. हालांकि अब उन्होंने बॉलीवुड में दूसरी पारी शुरु की थी और जोधा-अकबर में ऋतिक की मां का किरदार निभाया था. इनके पति शत्रुघन सिन्हा पटना साहिब से 2 बार सांसद रहे हैं. उनकी बेटी सोनाक्षी सिन्हा आज बॉलीवुड की जानी मानी अभिनेत्री हैं, सोनाक्षी के अलावा उनके लव और कुश नाम के दो बेटे भी हैं. पूनम सिन्हा दो फिल्मों की प्रोड्यूसर भी रह चुकी हैं.


पूनम सिन्हा के कितनी संपत्ति है
पूनम सिन्हा के पास 18.67 करोड़ रुपये की चल संपत्ति और 62.65 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है. उनके पास 5,95,366 रुपये कैश हैं साथ ही 10.68 करोड़ रुपये एफडी के तौर पर और 2.96 करोड़ रुपये शेयर, बॉन्ड, म्यूचुअल फंड में निवेश के रूप में है. पूनम सिन्हा के पास 1.15 करोड़ रुपये के गहने हैं, इसके अलावा उनके पास 2013 की मर्सिडीज कार है जिसकी कीमत 48.20 लाख रुपये है. उन्होंने बैंकों या वित्तीय संस्थानों से कोई ऋण नहीं लिया है और न ही सरकार का कोई बकाया है लेकिन उन्होंने अपनी बेटी सोनाक्षी सिन्हा से 16.18 करोड़ रुपये लिए हैं. साल 2014-15 के 53,94,830 रुपये की तुलना में पूनम सिन्हा की आय बढ़कर साल 2018-19 में 1,34,24,388 रूपये हो है.


पूनम सिन्हा बोलीं- लखनऊ से मेरा जुड़ाव पुराना है
लखनऊ से अपनी उम्मीदवारी को लेकर पूनम सिन्हा कहतीं हैं कि लखनऊ से मेरा जुड़ाव बहुत पहले हो गया था. जब मेरे माता-पिता 1947 में कराची से यहां आए थे, तब उन्होंने पहली बार लखनऊ में घर पाया था. वहीं अखिलेश याव की तारीफ कहते हुए पूनम सिन्हा ने कहा कि अखिलेश ने अपनी पत्नी डिंपल को नामांकन के लिए मेरे साथ आने के लिए कहा था, भले ही वह उसी दिन आजमगढ़ में अपना नामांकन दाखिल कर रहे थे.


लखनऊ लोकसभा सीट को जानिए
लखनऊ लोकसभा सीट में विधानसभा की कुल 5 सीटें हैं, लखनऊ पूर्व, लखनऊ पश्चिम, लखनऊ उत्तर, लखनऊ मध्य और लखनऊ कैंट विधानसभा मिलाकर लखनऊ लोकसभा सीट बनती है. 2017 के विधानसभा चुनाव में सभी 5 सीटों पर बीजेपी जीती थी.


राम मंदिर आंदोलन के बाद लखनऊ लोकसभा सीट को बीजेपी का गढ़ कहा जाता है, 1991 के बाद से लगातार 28 साल से लखनऊ पर बीजेपी का कब्जा है. लगातार 7 लोकसभा चुनाव में बीजेपी लखनऊ सीट जीती. 1991 से 2009 तक लगातार 5 बार पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी जीते. इसके बाद 2009 से 2014 तक बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालजी टंडन सांसद रहे.


2014 में पहली बार राजनाथ सिंह लखनऊ से चुनाव जीते, इस सीट पर आजादी के बाद से एसपी-बीएसपी का खाता नहीं खुला है. लखनऊ सीट के पुराने इतिहास की बात करें तो 1951-52 में जवाहर लाल नेहरू की बहन विजय लक्ष्मी पंडित लखनऊ की सांसद थीं. 1971, 80 और 1984 में नेहरू परिवार की रिश्तेदार शीला कौल लखनऊ की सांसद रहीं.


लखनऊ सीट का जातीय समीकरण
कुल वोटर- 19.58 लाख
मुस्लिम- 4.5 लाख
ब्राह्मण- 2.5 लाख
वैश्य- 2.5 लाख
ओबीसी- 2 लाख
एससी- 1.25 लाख
कायस्थ- 1.25 लाख
ठाकुर- 60 हजार