VIP Candidate: लखनऊ के त्रिकोणीय मुकाबले में जीत की उम्मीद लिए राजनाथ सिंह, जानें उनका सियासी सफर
बीजेपी, एसपी और कांग्रेस की ओर से दिग्गज उम्मीदवार उतारने की वजह से लखनऊ सीट पर मुकाबला ना सिर्फ त्रिकोणीय बल्कि रोमांचक भी हो गया है. वीआईपी कैंडिटेट सीरीज़ में आज जानें राजनाथ सिंह के सियासी सफर के बारे में
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इस बार लोकसभा चुनाव की लड़ाई बेहद रोचक हो गई है. इस सीट से बीजेपी से जहां मौजूदा सांसद और केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह मैदान में हैं. वहीं समाजवादी पार्टी ने इस सीट पर बिहारी बाबू शत्रुघ्न सिन्हा की पत्नी पूनम सिन्हा को लड़ाई में उतारा है.
पहले माना जा रहा था कि कांग्रेस इस सीट पर अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगी लेकिन सबको हैरान करते हुए कांग्रेस ने भी आचार्य प्रमोद कृष्णम के तौर पर अपना उम्मीदवार उतार दिया. इसके बाद लखनऊ सीट पर मुकाबला ना सिर्फ त्रिकोणीय बल्कि रोमांचक भी हो गया. ऐसे में लखनऊ लोकसभा सीट हाई प्रोफाइल सीट है. अपनी वीआईपी कैंडिटेट सीरीज़ में हम आपको राजनाथ सिंह के सियासी सफर के बारे में बता रहे हैं.
राजनाथ सिंह का सियासी सफर राजनाथ सिंह केंद्र सरकार में 2014 से गृहमंत्री है, वे दो बार बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे, पहले 2005 से 2009 तक और फिर 2013 से 2014 तक पार्टी अध्यक्ष की भूमिका निभाई. उन्हें संसदीय राजनीति का बेजोड़ अनुभव है, वे दो बार राज्यसभा और दो बार लोकसभा के सदस्य रहे, 3 बार विधायक और 1 बार एमएलसी रहे.
राजनाथ सिंह 2000 से 2002 तक यूपी के सीएम भी रहे. इसके बाद 2003 से 2008 तक राज्यसभा के सांसद रहे, अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में 2003 से 2004 तक केंद्रीय कृषि मंत्री रहे. 2009 में गाजियाबाद से जबकि 2014 में लखनऊ से सांसद चुने गए.
2014 में राजनाथ सिंह को कुल 5,61,106 वोट मिले थे. उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार रीता बहुगुणा जोशी को 2,72,749 वोटों से हराया था. कांग्रेस उम्मीदवार को महज 2,88,357 वोट ही मिले थे. बता दें कि विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल हो चुकीं रीता बहुगुणा जोशी यूपी की योगी सरकार में मंत्री हैं. इस बार बीजेपी ने उन्हें प्रयागराज से उम्मीदवार बनाया है.
राजनाथ सिंह का व्यक्तिगत जीवन राजनाथ सिंह का जन्म 10 जुलाई 1951 को वाराणसी के एक छोटे से गांव भाभोरा में हुआ. राजनाथ सिंह के पिता का नाम राम बदन सिंह था. उनके बारे में कहा जाता है कि वे 13 साल की उम्र में ही आरएसएस से जुड़ गए थे. राजनाथ सिंह ने गोरखपुर यूनिवर्सिटी से फिजिक्स में पोस्ट ग्रेजुएशन किया. इसके कुछ समय बाद वे मिर्ज़ापुर में फिजिक्स के लेक्चरार बन गए. 1974 में उन्हें भारतीय जनसंघ का सेक्रेटरी बनाया गया.
कम ही लोग जानते हैं कि इमरजेंसी के दौरान राजनाथ सिंह कई महीनों तक जेल में भी रहे. राजनाथ सिंह की पत्नी का नाम सावित्री सिंह है, उनकी तीन संताने हैं जिनमें दो बेटे और बेटी है. उनका एक बेटा पंकज सिंह नोएडा से विधायक है. छोटा बेटा नीरज सिंह भी उनके लिए लखनऊ में प्रचार कर रहा है, उनकी बेटी का नाम अनामिका सिंह है.
लखनऊ लोकसभा सीट को जानिए लखनऊ लोकसभा सीट में विधानसभा की कुल 5 सीटें हैं, लखनऊ पूर्व, लखनऊ पश्चिम, लखनऊ उत्तर, लखनऊ मध्य और लखनऊ कैंट विधानसभा मिलाकर लखनऊ लोकसभा सीट बनती है. 2017 के विधानसभा चुनाव में सभी 5 सीटों पर बीजेपी जीती थी.
राम मंदिर आंदोलन के बाद लखनऊ लोकसभा सीट को बीजेपी का गढ़ कहा जाता है, 1991 के बाद से लगातार 28 साल से लखनऊ पर बीजेपी का कब्जा है. लगातार 7 लोकसभा चुनाव में बीजेपी लखनऊ सीट जीती. 1991 से 2009 तक लगातार 5 बार पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी जीते. इसके बाद 2009 से 2014 तक बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालजी टंडन सांसद रहे.
2014 में पहली बार राजनाथ सिंह लखनऊ से चुनाव जीते, इस सीट पर आजादी के बाद से एसपी-बीएसपी का खाता नहीं खुला है. लखनऊ सीट के पुराने इतिहास की बात करें तो 1951-52 में जवाहर लाल नेहरू की बहन विजय लक्ष्मी पंडित लखनऊ की सांसद थीं. 1971, 80 और 1984 में नेहरू परिवार की रिश्तेदार शीला कौल लखनऊ की सांसद रहीं.
लखनऊ सीट का जातीय समीकरण कुल वोटर- 19.58 लाख मुस्लिम- 4.5 लाख ब्राह्मण- 2.5 लाख वैश्य- 2.5 लाख ओबीसी- 2 लाख एससी- 1.25 लाख कायस्थ- 1.25 लाख ठाकुर- 60 हजार