नई दिल्ली: बिहार की सुपौल लोकसभा सीट एक हाई प्रोफाइल सीट है. इस सीट पर इस बार कांग्रेस और जेडीयू के बीच कांटे का मुकाबला है. कांग्रेस की प्रवक्ता रंजीत रंजन फिर से सुपौल में चुनावी मैदान में उतरी हैं. वहीं नेशनल डेमोक्रेटिक एलायंस में शामिल जेडीयू ने दिलेश्वर कामत को चुनावी मैदान में उतारा है. इनके अलावा बहुजन समाज पार्टी की किरण देवी और कई निर्दलीय भी चुनाव मैदान में हैं. सुपौल लोकसभी सीट 2008 में अस्तित्व में आया था. सांस्कृतिक रूप से यह काफी समृद्ध जिला है. नेपाल से करीब होने के कारण यह सामरिक रूप से भी काफी महत्त्वपूर्ण है.


कौन हैं रंजीत रंजन


रंजीत रंजन का का जन्म रीवा, मध्य प्रदेश में हुआ. उनकी परवरिस जम्मू में हुई, पढ़ाई उन्होंने पंजाब में की और फिर दिल्ली में बस गईं.  उनके पूर्वज कश्मीरी पंडित सिख थे. रंजीत रंजन को रंजीता रंजन के नाम से भी जाना जाता है. वह बिहार सर्किट में एक सक्रिय लॉन टेनिस खिलाड़ी थीं जब पप्पू यादव ने 1993 में उन्हें देखा था. पप्पू यादव को उनसे प्यार हो गया और फिर काफी मुश्किलों के बाद दोनों की शादी हुई.


बता दें कि पप्पू यादव मधेपुरा से सांसद और जन अधिकार पार्टी के मुखिया हैं. साल 1994 में पप्पू यादव और रंजीता रंजन की शादी हुई और ठीक एक साल बाद 1995  में उन्होंने विधानसभा चुनाव लड़ा. इस चुनाव में वह हार गई थी. इसके बाद उन्होंने 1999 में पप्पू यादव के लिए चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी संभाली. साल 2004 में उन्होंने बिहार की सहरसा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की. इसके बाद साल 2009 में वह सुपौल लोकसभा सीट से चुनाव लड़ीं. हालांकि इस चुनाव में जेडीयू के विश्व मोहन कुमार ने उन्हें हरा दिया था. इसके बाद साल 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने सुपौल सीट से जीत दर्ज की और सांसद बनी.


साल 2014 में सुपौल लोकसभा सीट से जीती चुनाव

सुपौल लोकसभा सीट बिहार में आती है जो कि मिथिलांचल इलाके में आता है. 2014 के लोकसभा चुनाव में इस सीट से कांग्रेस पार्टी के रंजीत रंजन ने 3 लाख 32 हजार 927 वोट हासिल किए थे और 59 हजार 672 वोटों के भारी अंतर से जीत दर्ज की थी. सुपौल लोकसभा सीट पर दूसरे स्थान पर जनता दल (यूनाइटेड) के दिल्लेश्वर रहे थे जिन्होंने 2 लाख 73 हजार 255 वोट हासिल किये थे. भारतीय जनता पार्टी के कामेश्वर चौपाल 2 लाख 49 हजार 693 वोट पाकर तीसरे तो NOTA के इनमें से कोई भी नहीं 21 हजार 996 वोट पाकर चौथें स्थान पर रहे थे.


सुपौल लोकसभा सीट


सुपौल संसदीय क्षेत्र में यादव और मुस्लिम वोटरों का दबदबा है. ओबीसी और मुसहर मतदाता भी यहां गेम चेंजर साबित हो सकते हैं.इस संसदीय क्षेत्र में वोटरों की कुल संख्या 1,279,549 है। इसमें 672,904 पुरुष और 606,645 महिला वोटर्स हैं.


सुपौल लोकसभा सीट के तहत विधानसभा की 5 सीटें आती हैं- निर्मली, पिपरा, सुपौल, त्रिवेणीगंज और छत्तापुर. 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में इनमें से 3 जेडीयू, एक पर आरजेडी और एक सीट पर बीजेपी को जीत मिली थी.


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