कोलकाता: पश्चिम बंगाल कांग्रेस प्रमुख सोमेन मित्रा ने कहा है कि अगली सरकार बनाने के लिए उनकी पार्टी न तो ममता बनर्जी नीत तृणमूल कांग्रेस से समर्थन मांगेगी और न ही त्रिशंकु संसद बनने की स्थिति में उनके प्रधानमंत्री बनने के प्रयास का समर्थन करेगी. बनर्जी को आरएसएस-बीजेपी का सबसे बड़ा और विश्वस्त सहयोगी करार देते हुए मित्रा ने कहा कि बीजेपी विरोधी ताकत के तौर पर उनकी और उनकी पार्टी की विश्वसनीयता नहीं है.
मित्रा ने दावा किया कि चुनावों के बाद जरूरत पड़ने पर बनर्जी ने बीजेपी का समर्थन करने के अपने विकल्प को खुला रखा है. मित्रा ने कहा, ''मैं पूरी जवाबदेही के साथ कह सकता हूं कि बहुमत से दूर रहने की स्थिति में अगली सरकार बनाने के लिए कांग्रेस ममता बनर्जी या तृणमूल कांग्रेस से समर्थन नहीं लेगी.''
सोमेन मित्रा ने कहा, ''हमें उनके समर्थन की जरूरत नहीं है. हम यूपीए सहयोगियों के साथ मिलकर खुद ही सरकार बनाएंगे. यूपीए को आसानी से बहुमत मिल जाएगा.'' बनर्जी अक्सर दावा करती हैं कि उनके समर्थन के बिना कांग्रेस सरकार नहीं बना सकेगी. उन्होंने जनवरी में कोलकाता में विपक्षी दलों की रैली आयोजित की थी लेकिन इसमें कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने हिस्सा नहीं लिया था. कांग्रेस ने अभिषेक मनु सिंघवी और मल्लिकार्जुन खड़गे को बनर्जी की ''यूनाईटेड इंडिया'' रैली में एक समर्थन पत्र के साथ भेजा था.
यह पूछने पर कि क्या कांग्रेस प्रधानमंत्री पद के लिए बनर्जी का समर्थन करेगी तो मित्रा ने कहा कि कांग्रेस न तो बनर्जी से समर्थन मांगेगी न ही प्रधानमंत्री पद के लिए उनका समर्थन करेगी.
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