C voter Survey: वोटिंग से ऐन पहले सामने आया 196 सीटों का आखिरी सर्वे, जानें किसको मिलेगी जीत, किसके लिए खतरा
C voter Survey: लोकसभा चुनाव से पहले ठीक पहले एबीपी न्यूज के लिए सी वोटर ने एक सर्वे किया है. इस सर्वे में एनडीए को बढ़त मिलती दिखाई दे रही है.
Abp C voter Survey: लोकसभा चुनाव में अब महज तीन दिन का समय बचा है. इस बार आम चुनाव सात चरणों में होगा. पहले चरण के लिए 19 अप्रैल को वोटिंग होगी. इस बार पक्ष और विपक्ष में से सत्ता का ताज किसके सिर चढ़ेगा, इसको लेकर कई तरह के दावे सामने आ रहे हैं. इस बीच एबीपी न्यूज के लिए सी वोटर ने एक सर्वे किया है. सर्वे में वोटिंग से ठीक पहले मतदाताओं का मन टटोलने की कोशिश की गई है.
सर्वे में गोवा की दो सीटों में से एक एनडीए के खाते में जाने की संभावना है, जबकि एक सीट पर एनडीए के जीतने की उम्मीद है. वोट शेयर की बात करें तो एनडीए को यहां 46 और इंडिया गठबंधन को 45 फीसदी वोट मिल सकते हैं, जबकि अन्य के खाते में 9 प्रतिशत वोट जा सकते हैं.
असम में एनडीए के जीतने की संभावना
14 लोकसभा सीट वाले असम में एनडीए को 12 मिल सकती हैं, जबकि इंडिया अलांयस 2 सीट पर जीत दर्ज कर सकता है. वहीं, AIUDF और अन्य के खाते में कोई सीट जाती नहीं दिखाई दे रही है. यहां एनडीए को 52 प्रतिशत वोट शेयर मिल सकता है. असम में कांग्रेस को 36 फीसदी वोट मिल सकते हैं, जबकि AIUDF को 10 और अन्य को 10 प्रतिशत वोट मिलने की उम्मीद है.
बिहार में एनडीए को बढ़त
40 लोकसभा सीट वाले बिहार में एनडीए अलायंस के जीतने की उम्मीद है. एबीपी सी वोटर सर्वे के मुताबिक बिहार में एनडीए को 33 सीट मिल सकती हैं, जबकि इंडिया अलायंस को 7 सीटें मिलने की उम्मीद है. यहां एनडीए को 51 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं. वहीं, इंडिया अलायंस को 40 प्रतिशत वोट मिलने की उम्मीद है, जबकि अन्य के खाते में 9 प्रतिशत वोट जा सकता है.
दिल्ली में खिलेगा कमल
सर्वे के अनुसार राजधानी दिल्ली में इस बार भी कमल खिलने की उम्मीद है. सर्वे में दिल्ली की सभी 7 सीटों पर एनडीए के जीतने की संभावना है. यहां इंडिया अलायंस अपना खाता खोलते दिखाई नहीं दे रहा है. दिल्ली में एनडीए को 58 प्रतिशत वोट मिलने की उम्मीद है, जबकि इंडिया अलायंस के खाते में 35 प्रतिशत वोट जा सकता है. वहीं, अन्य को 7 फीसदी वोट मिल सकता है.
हरियाणा की 10 सीट पर कौन मारेगा बाजी?
सर्वे के मुताबिक हरियाणा में एनडीए को 9 और इंडिया अलायंस को 1 सीट मिलती दिखाई दे रही है. यहां एनडीए को 53 फीसदी वोट शेयर मिलने की उम्मीद है, जबकि इंडिया अलांयस को 38 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं, जबकि INLD के खाते में 2 और अन्य के खाते में 7 प्रतिशत वोट जा सकता है.
मध्य प्रदेश का ओपिनियन पोल
29 लोकसभा सीट वाले मध्य प्रदेश में एनडीए क्लीन स्वीप कर सकता है. सर्वे के मुताबिक एनडीए को यहां 28 सीट मिल सकती हैं, जबकि इंडिया अलायंस के खाते में 1 सीट आने की उम्मीद है. मध्य प्रदेश में एनडीए को 53 प्रतिशत लोग वोट दे सकते हैं. वहीं, कांग्रेस के पक्ष 43 फीसदी वोटर्स के वोट करने की उम्मीद है. वहीं 4 प्रतिशत वोट अन्य के खाते में जा सकता है.
छत्तीसगढ़ में एनडीए आगे
छत्तीसगढ़ में लोकसभा की 11 सीटें हैं. सर्वे में इनमें से 10 सीटों पर एनडीए के जीतने की उम्मीद है, जबकि एक सीट इंडिया गठबंधन के खाते में आते दिखाई दे रही है. वोट शेयर की बात करें तो यहां, एनडीए को 50 प्रतिशत, इंडिया अलायंस को 44 और अन्य को 6 फीसदी वोट मिल सकता है.
कर्नाटक में एनडीए का दबदबा
एबीपी सी वोटर सर्वे के मुताबिक 28 लोकसभा सीट वाले कर्नाटक में एनडीए को 23 सीट मिलने की संभावना है, जबकि इंडिया अलायंस को यहां 5 सीट मिल सकती हैं. यहां अन्य को कोई सीट मिलती नहीं दिख रही है.
पंजाब में इंडिया गठबंधन भारी
सर्वे से सामने आया है कि पंजाब की 13 लोकसभा सीट में कांग्रेस को 7 सीटें मिल सकती हैं. वहीं, राज्य की सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी 4 सीटों पर जीत दर्ज कर सकती है, जबकि बीजेपी के खाते में 2 सीट जा सकती हैं. यहां अन्य दल एक भी सीट नहीं जीत सकेंगे.
पश्चिम बंगाल में कड़ी मुकाबला
सर्वे के अनुसार पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीट में से एनडीए को 20 सीट पर जीत मिल सकती है. वहीं इंडिया अलायंस के खाते में 2 सीट जाने की संभावना है. वहीं, सत्तारूढ़ टीएमसी भी इस बार 20 सीट जीत सकती है.
नोट: देश में लोकसभा का चुनाव प्रचार चरम पर है. पहले फेज के लिए चुनाव का प्रचार 17 अप्रैल को खत्म हो रहा है. उससे पहले abp न्यूज़ के लिए सी वोटर ने किया है देश का फाइनल ओपिनियन पोल. 11 मार्च से 12 अप्रैल तक किए गए इस सर्वे में 57 हजार 566 लोगों की राय ली गई है. सर्वे सभी 543 सीटों पर किया गया है. सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसदी है.
यह भी पढ़ें- Election 2024: राजस्थान, गुजरात, तमिलनाडु... चुनाव से पहले कैश की जब्ती मामले में इन राज्यों ने तोड़े सारे रिकॉर्ड