ABP C Voter Survey On One Nation One Election: बीते दिनों 'वन नेशन, वन इलेक्शन' को लेकर मोदी सरकार ने एक कमेटी गठित की, जिसके बाद से यह मुद्दा देशभर में बहस के लिए एक हॉट टॉपिक बन गया है. वन नेशन, वन इलेक्शन यानी एक देश एक चुनाव, इसका मतलब आम चुनाव के साथ सभी राज्यों का विधानसभा और त्रिस्तरीय प्रणाली का चुनाव एक साथ कराने का है. पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को इस कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है.  


सरकार की ओर से वन नेशन, वन इलेक्शन की पहल पर कई पार्टियां इसके समर्थन में हैं तो कुछ इससे विपरीत सोच रखते हैं. इस बीच इन मुद्दे पर सी-वोटर ने एबीपी के लिए सर्वे में लोगों से सवाल किया कि क्या वन नेशन, वन इलेक्शन राष्ट्रपति शासन प्रणाली की ओर ले जाने की तरफ एक कदम है? जिस पर लोगों के जवाब चौंकाने वाले है. 


सर्वे में किए गए इस सवाल पर 42 फीसदी लोगों का मानना है कि हां, वन नेशन, वन इलेक्शन राष्ट्रपति शासन प्रणाली की ओर ले जा सकती है. सीधे तौर पर कहे तो हर 10 में से 4 से अधिक लोगों ने इस सवाल पर हां में जवाब दिया है. 


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वही, इसके विपरीत सोच रखने वालों में 31 फीसदी लोग शामिल हैं, जिनका मानना है कि एक देश एक चुनाव राष्ट्रपति प्रणाली की तरफ देश को नहीं ले जाएगा. सर्वे में 10 लोगों में से तीन ने ऐसे सवालों पर अपना जवाब नहीं में दिया है. जबकि 27 फीसदी लोगों ने इस प्रश्न का उत्तर मालूम नहीं या कह नहीं सकते में दिया है. 


क्या देश एक चुनाव राष्ट्रपति प्रणाली की तरफ देश को नहीं ले जाएंगा



  • हां-42 फीसदी

  • नहीं- 31 फीसदी

  • कह नहीं सकते- 27 फीसदी


नोट- abp न्यूज़ के लिए सी वोटर ने ऑल इंडिया सर्वे किया है. इस सर्वे में 4 हजार 182 लोगों की राय ली गई है. सर्वे शनिवार (2 सितंबर) से आज (3 सितंबर) दोपहर तक किया गया है. सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसदी है.