Lok Sabha Election 2024: कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने राजधानी दिल्ली की लोकसभा सीटों को लेकर बुधवार को एक बैठक बुलाई थी. जिसमें पूर्व कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष दीपक बाबरिया भी शामिल थें. 


करीब तीन घंटे चली इस बैठक में संगठन की कमजोरियां और आगामी लोकसभा चुनाव में दिल्ली की सीटों को लेकर चर्चा की गई. हालांकि, कांग्रेस नेता अलका लांबा के दिल्ली की सभी सीटों पर अकेले कांग्रेस के चुनाव लड़ने का बयान दिया जिसे लेकर सियासी घमासान शुरू हो गया. एक तरफ गठबंधन की बात हो रही तो वहीं कांग्रेस कह रही हैं कि कांग्रेस का वोट आम आदमी पार्टी दिल्ली में काटती है. विपक्षी गठबंधन इंडिया के साथी AAP ने भी इसको लेकर अपना अलग तेवर दिखाया. 


जिसकी दिल्ली उसका देश होता है- अलका लांबा
कांग्रेस नेता अलका लांबा ने बैठक के बाद इंडियन एक्सप्रेस को कहा कि तीन घंटे की इस बैठक में लोकसभा चुनाव कैसे जीतना है उस पर चर्चा हुई. साथ ही उन्होंने कहा कि चर्चा में आदेश हुआ है कि दिल्ली की सभी सातों सीटों पर मजबूत संगठन के तौर अभी से तैयारी करनी शुरू कर देनी है. कांग्रेस नेता ने कहा कि चुनाव में सात महीने बचे हैं, दिल्ली में सात सीटें हैं, जिसकी दिल्ली उसका देश होता है. 


उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस दिल्ली की सातों सीट पर दूसरे नंबर पर रही थी. लेकिन राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बाद अब लोगों ने भी बीजेपी के खिलाफ कांग्रेस को एक मजबूत विकल्प के तौर पर देख रही है. उन्होंने कहा कि लड़ाई बीजेपी के साथ है लेकिन कांग्रेस का वोट AAP की तरफ गया है. कांग्रेस नेता ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के पार्टी के दो बड़े नेता भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में हैं. खुद केजरीवाल पर भी शिकंजा कस सकता है. 


अलका लांबा के बयान पर AAP का पलटवार
कांग्रेस नेता अलका लांबा के बयान पर आम आदमी पार्टी ने भी पलटवार करते हुए कटाक्ष किया.  AAP के प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि अगर कांग्रेस दिल्ली में अलायंस नहीं करना चाहती है तो INDIA गठबंधन में रहने का क्या मतलब है. उन्होंने कहा कि अब इसपर आम आदमी पार्टी यह तय करेगा कि INDIA गठबंधन की इस महीने के अंत में मुंबई में होने वाली अगली बैठक में जाना है या नहीं.


वहीं, दिल्ली के मंत्री और AAP के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने भी कांग्रेस नेताओं के इस बयान पर कहा कि इंडिया गठबंधन के सभी 26 दलों की बैठक में सीट शेयरिंग पर चर्चा की जाएगी. उससे पहले इन छोटे-छोटे नेता के बयान पर ध्यान नहीं देना चाहिए. जिनकी खुद की जमानत नहीं बची है. 


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