AIMIM in UP and Bihar: यूपी-बिहार को देश की राजनीति का केंद्र माना जाता है. यही वजह है कि सभी राजनीतिक दल यहां ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतने के लिए पूरी ताकत झोंकते हैं. इस लोकसभा चुनाव में भी यही स्थिति है. बीजेपी जहां 400 पार के लक्ष्य को पूरा करने के लिए लगातार एनडीए गठबंधन का विस्तार कर रही है तो वहीं I.N.D.I.A गठबंधन भी अपना दायरा बढ़ा रही है, लेकिन इन दोनों ही राज्यों में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लेमीन (AIMIM) की एंट्री ने I.N.D.I.A गठबंधन की टेंशन बढ़ा दी है.


दरअसल, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने बिहार की 16 सीटों पर और यूपी की 25 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. ऐसे में एआईएमआईएम की एंट्री से कांग्रेस के मुस्लिम वोट बैंक में सेंध लग सकती है. ऐसा कई चुनावों में हुआ है. मुस्लिम वोट बंटने का फायदा बीजेपी को मिल सकता है.


बिहार में ओवैसी ऐसे बिगाड़ रहे खेल


ओवैसी की पार्टी ने बिहार की जिन 16 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है, इन पर मुस्लिम आबादी ठीक ठाक है. पार्टी किशनगंज, काराकाट, दरभंगा, पाटलिपुत्र, शिवहर, पूर्णिया, कटिहार, अररिया, मधुबनी, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, बाल्मीकि नगर और सीतामढ़ी पर चुनाव लड़ेगी. इन सभी सीटों पर अगर मुस्लिम वोट बंटता है तो इसका सीधा असर कांग्रेस की अगुवाई वाले इंडिया गठबंधन पर ही पड़ेगा. इसमें शामिल कांग्रेस और आरजेडी को हमेशा मुस्लिम वोटरों का अच्छा समर्थन मिलता रहा है. वहीं दूसरी तरफ एआईएमआईएम को देश के लगभग सभी हिस्सों में मुस्लिम वोट मिलता रहा है.


इन सबसे अलग बिहार में ओवैसी की पार्टी का कहना है कि उसके 50 प्रतिशत उम्मीदवार हिंदू रहेंगे. इसका मतलब है कि मुस्लिम वोट के साथ-साथ पार्टी को हिंदू वोट भी मिलेंगे. हालांकि हिंदू वोट की संख्या कैंडिडेट्स के नाम पर निर्भर करेगा.


यूपी में ऐसे नुकसान पहुंचा सकती है AIMIM


यूपी में असदुद्दीन ओवैसी, पल्लवी पटेल के साथ मिलकर तीसरे मोर्चे का एलान करने की तैयारी में हैं. ओवैसी यहां की 25 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है. ओवैसी का यूपी में आना और पल्लवी पटेल के साथ गठबंधन करना समाजवादी पार्टी को नुकसान पहुंचा सकता है. यूपी में समाजवादी पार्टी की मुस्लिम वोट बैंक पर हमेशा अच्छी पकड़ रही है, लेकिन ओवैसी की एंट्री से यह बंट जाएगा. यही नहीं, पल्लवी पटेल की पार्टी अपना दल कमेरावादी के साथ आने से पार्टी को कुर्मी वोट भी मिल सकता है. ये दोनों वोटर जिस सीट पर सबसे ज्यादा हैं वहां सपा को मुकसान पहुंच सकता है.


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