Lok Sabha Election 2024: समाजवादी पार्टी (SP) के दिग्गज नेता आजम खान फिलहाल जेल में बंद हैं. इसके बावजूद उन्होंने इलाके में समाजवादी पार्टी की सियासत में बड़ा उलटफेर कर दिया है. जेल के अंदर रहते हुए आजम खान ने मुरादाबाद के सांसद एसटी हसन का टिकट कटवाया दिया है और अपने समर्थक वैश्य समाज की रुचि वीरा को उम्मीदवार बनवा दिया है. वहीं, रामपुर में भी समाजवादी पार्टी जिसे उम्मीदवार बनाना चाह रही है, उसके खिलाफ आजम खान ने अपने समर्थक का नामांकन करवा दिया है.
समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर एसटी हसन ने जिस मुरादाबाद सीट से नामांकन किया, उसी सीट से आजम खान ने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर रुचि वीरा ने नामांकन कर दिया है. मतलब एक सीट और दो उम्मीदवार. अब फैसला अखिलेश यादव को करना है कि वो किसे चुनते हैं.
रणनीतिकार मान रहे हैं कि नामांकन के आखिर दिन हुए इस खेल ने मुरादाबाद में समाजवादी पार्टी का सियासी गणित बिगाड़ कर रख दिया है. अब सवाल यह है कि नामांकन कौन वापस लेगा और ऐसी नौबत आई क्यों?
एसटी हसन का पत्ता हुआ साफ
एसटी हसन फिलहाल मुरादाबाद से सांसद हैं. उन्होंने 2019 में मोदी लहर के बीच जीत हासिल की थी, लेकिन कहा जा रहा है कि स्थानीय राजनीति के चक्कर में उनका पत्ता साफ हो गया और इसके सारा खेल पर्दे के पीछे खेल जेल से खेला गया. सूत्रों के मुताबिक एसटी हसन का टिकट कटने से उनके समर्थक नाराज हैं और उन्होंने रुचि वीरा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
आजम खान ने दी थी रुचि वीरा को उम्मीदवार बनाने की सलाह
पिछले दिनों आजम खान से अखिलेश की मुलाकात हुई थी. सूत्रों की मानें तो इस मुलाकात में आजम खान ने रुचि वीरा को उम्मीदवार बनाने की सलाह दी थी, लेकिन अखिलेश ने सलाह को गंभीरता से नहीं लिया और एसटी हसन ने नामांकन कर दिया. हालांकि, इसके बाद मुरादाबाद से लेकर रामपुर तक ऐसा सियासी खेल हुआ कि रुचि वीरा को पार्टी ने अधिकृत उम्मीदवार बना दिया.
रामपुर में फंसा पेच
रामपुर में अखिलेश की पसंद मौलाना मुहिबुल्ला नदवी हैं जिन्हें टिकट दिया गया है. वह बुधवार नामांकन के लिए रामपुर भी पहुंचे. इस बीच आजम खान के करीबी असीम रजा भी नामांकन दाखिल करने पहुंच गए. दोनों खुद को समाजवादी पार्टी का उम्मीदवार बता रहे हैं.
जेल में रहते हुए आजम खान ने दोनों सीट पर पेच फंसा दिया है. उन्होंने मुरादाबाद से तो रुचि वीरा को पहले से ही उम्मीदवार बनवा दिया. ऐसे में अगर रामपुर में भी असीम रजा को उम्मीदवार बनवा दें तो इसमें हैरान करने वाली कोई बात नहीं होगी.