Lok Sabha Election: मां सुषमा स्वराज का वो वादा, जो बांसुरी स्वराज ने निभाया, हरीश साल्वे से क्या है कनेक्शन
Lok Sabha Election: कुलभूषण जाधव का केस लड़ने के लिए साल्वे ने सिर्फ 1 रुपये की फीस ली थी. इसकी फीस सुषमा स्वराज के निधन के बाद उनकी बेटी बांसुरी ने दी थी.
Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के लिए दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच गठबंधन हो गया है. दोनों दल बीजेपी को रोकने के लिए दिल्ली की 7 लोकसभा सीट पर मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं. आम आदमी पार्टी 4 और कांग्रेस 3 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. AAP दिल्ली में अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है. वहीं , बीजेपी ने भी 5 सीटों पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है.
नई दिल्ली लोकसभा सीट पर आम आदमी पार्टी ने सोमनाथ भारती को टिकट दिया है. वहीं, इसी सीट से बीजेपी ने बांसुरी स्वराज को अपना कैंडिडेट बनाया है. यानी नई दिल्ली की सीट पर सोमनाथ भारती और बीजेपी कैंडिडेट बांसुरी स्वराज के बीच सीधा मुकाबला होगा.
सुषमा स्वराज की बेटी हैं बांसुरी
बीजेपी ने नई दिल्ली सीट से मौजूदा सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी का टिकट काट कर बांसुरी स्वराज को टिकट दिया है. इस सीट से कभी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और एलके आडवाणी सांसद रहे थे. बांसुरी पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की बेटी हैं, जिनका 2019 में निधन हो गया था. 42 साल की बांसुरी पेशे से वकील हैं और 16 साल से वकालत कर रही हैं.
यह बेहद कम लोगों को पता है कि सुषमा स्वराज ने तत्कालीन सॉलिसिटर जनरल हरीश साल्वे से एक वादा किया था. हालांकि, वह अपना वादा पूरा नहीं कर सकीं थीं, लेकिन सुषमा स्वराज के निधन के बाद बेटी बांसुरी ने अपनी मां का दिया वादा पूरा किया था.
सुषमा स्वराज का वादा बेटी ने किया पूरा
इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में कुलभूषण जाधव का केस लड़ने के लिए साल्वे ने सिर्फ 1 रुपये की फीस ली थी. अपने निधन से चंद घंटे पहले सुषमा स्वराज ने हरीश साल्वे को फोन कर कहा था कि घर आओ और अपनी 1 रुपये की फीस ले जाओ. इससे पहले साल्वे अपनी फीस ले पाते सुषमा स्वराज का निधन हो गया. सुषमा स्वराज की मौत के कुछ दिन बाद बांसुरी हरीश साल्वे से मिली और उन्हें वो 1 रुपया दिया, जिसका उनकी मां ने साल्वे से वादा किया था.