Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव में अब महज कुछ हफ्तों का समय बाकी है. ऐसे में सभी राजनीतिक दल इलेक्शन की तैयारियों में जुट गए हैं. बीजेपी को रोकने के लिए विपक्षी दल भी तैयार हैं. बीजेपी के विजय रथ को रोकने लिए मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने कई राज्यों में क्षेत्रीय दलों से गठबंधन किया है.  


हालांकि, कई ऐसी सीटें हैं, जहां कांग्रेस और बीजेपी में सीधा मुकाबला है. पिछले दो लोकसभा चुनाव में जिन सीटों पर कांग्रेस और बीजेपी की सीधी टक्कर हुई थी, उनमें से अधिकांश पर कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था.


किन-किन राज्यों में हुई कांग्रेस-बीजेपी की टक्कर?
पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस-बीजेपी के बीच 162 सीटों पर सीधा मुकाबला था. इन सीटों पर क्षेत्रीय दलों का कोई खास रोल नहीं था. दोनों दलों के बीच मध्य प्रदेश की 29, कर्नाटक की 28, गुजरात की 26, राजस्थान की 25, असम की 14, छत्तीसगढ़ की 11, हरियाणा की 10 और अन्य राज्यों की 18 सीटों पर सीधा मुकाबला हुआ था. 


कितनी सीटों पर जीती कांग्रेस?
इन 162 सीटों में से बीजेपी ने 147 सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि कांग्रेस महज 9 सीट पर जीत दर्ज कर सकी थी. वहीं, 6 सीट अन्य के खाते में गई थीं. इन सीटों पर बीजेपी का स्ट्राइक रेट तकरीबन 91 फीसद रहा, जबकि कांग्रेस का स्ट्राइक रेट लगभग 6 फीसद रहा. 


सीधी टक्कर में कांग्रेस कितना पीछे?
2019 के आम चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के बीच जिन सीटों पर सीधा मुकाबला था उनमें ज्यादातर पर बीजेपी ने बाजी मारी थी. इस बार भी इन राज्यों में कांग्रेस के लिए परिस्थितियां आसान नहीं हैं. हालांकि, माना जा रहा है कि वह इस बार कुछ राज्यों में बेहतर प्रदर्शन कर सकती है.


पिछली बार कांग्रेस मध्य प्रदेश में एक भी सीट नहीं जीत सकी. वहीं, हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस को हार का मुंह देखना पड़ा था. हालांकि, इस बार कांग्रेस नेताओं को यहां अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है. वहीं, इस समय कांग्रेस कर्नाटक में सत्ता में हैं. ऐसे में उसके यहां कुछ बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद है.


गुजरात और राजस्थान में क्या है कांग्रेस का हाल?
पिछले दो चुनाव में कांग्रेस गुजारत में अपना खाता भी नहीं खोल पाई थी. ऐसे में इस बार यहां कांग्रेस बीजेपी के मुकाबले कमजोर नजर आती है. कुछ ऐसी ही स्थितियां राजस्थान में भी हैं. पिछले चुनाव में कांग्रेस यहां से एक भी सीट नहीं जीत पाई थी. इस बार यहां पार्टी को जीत को लेकर असमंजस की स्थिति है. इतना ही नहीं, हाल में खबर आई थी कि कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं ने राजस्थान से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है.


कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने असम में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के जरिए यहां कुछ दमखम जरूर दिखाया है. हालांकि, इसका चुनाव पर ज्यादा प्रभाव पड़े, इसके संभावना कम नजर आती है. हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को छतीसगढ़ की सत्ता गंवानी पड़ीं. इसके बावजूद कांग्रेस यहां अन्य राज्यों के मुकाबले कुछ बेहतर नतीजे हासिल कर सकती है.


अगर बात करें हरियाणा की तो कांग्रेस इस बार यहां कुछ सीटें जीत सकती है. पिछले चुनावों में हरियाणा में जीत-हार का अंतर ज्यादा नहीं था. वहीं, कांग्रेस ने सूबे के विधानसभा चुनावों में ठीक-ठाक प्रदर्शन किया था.  


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