Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ( BJP) ने उम्मीदवारों की 5वीं लिस्ट जारी कर दी है. इस लिस्ट में पार्टी ने 111 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम कै ऐलान किया है. इसमें अभिजीत गंगोपाध्याय का नाम भी शामिल है, जिन्होंने इस महीने की शुरुआत में कलकत्ता हाई कोर्ट के जज के पद से इस्तीफा दिया था. इस्तीफा देने के बाद वह बीजेपी में शामिल हो गए थे. वह पश्चिम बंगाल की तमलुक संसदीय सीट से चुनाव लड़ेंगे.
उनका मुकबाला टीएमसी के देबांगशु भट्टाचार्य से होगा. देबांगशु राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के सोशल मीडिया सेल के प्रमुख हैं. 10 मार्च को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य की सभी 42 सीटों के लिए नामों की घोषणा की थी.
स्कूल भर्ती मामले में की थी कड़ी टिप्पणी
जस्टिस (रिटायर) अभिजीत गंगोपाध्याय ने 2021 में उस समय सुर्खियां बटोरी थीं, जब उन्होंने कलकत्ता होई कोर्ट के जज के रूप में पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग की शिक्षकों भर्ती में कथित अनियमितताओं से संबंधित मामले में कड़ी टिप्पणियां कीं, और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को मामले की जांच करने का निर्देश दिया था.
जिस वक्त बीजेपी राज्य में पैठ बनाने की कोशिश कर रही थी, तो उस पर यह आरोप लगाया गया था कि गंगोपाध्याय के फैसलों के पीछे 'राजनीतिक मकसद' थे. उनके बीजेपी में आने के बाद अब इन आरोपों को बल मिला.
ममता ने साधा निशाना
पूर्व जज पर निशाना साधते हुए ममता बनर्जी ने उन पर 'हजारों छात्रों को नौकरी देने से रोकने और फिर नेता बनने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा तैयार रहो, आप जहां से भी चुनाव लड़ेंगे, मैं आपसे लड़ने के लिए स्टूडेंट्स को भेजूंगी.' तमलुक से गंगोपाध्याय के नामांकन की आशंका के बीच तृणमूल कांग्रेस ने देबांगशु भट्टाचार्य को पूर्व न्यायाधीश का मुकाबला करने के लिए मैदान में उतारा.
देबांगशु भट्टाचार्य ने लिखा था 'खेला होबे'
भट्टाचार्य पार्टी की स्टूडेंट्स विंग, तृणमूल छात्र परिषद के सदस्य के रूप में छात्र राजनीति में सक्रिय थे और 2022 से पार्टी की सोशल मीडिया को संभाल रहे हैं. उन्हें 2021 के विधानसभा चुनाव के लिए सफल 'खेला होबे' अभियान गीत लिखने का भी क्रेडिट दिया जाता है.
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