Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए 370 प्लस का टारगेट लेकर चल रही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) दक्षिण भारत में इस बार अपनी पकड़ मजबूत करने फिराक में है. वो चाहती है कि केरल में भी उसकी पहुंच बढ़ जाए. इसी को ध्यान में रखते हुए बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व की ओर से 40 किलोमीटर के दायरे में आने वाली दो सीटों से केंद्रीय मंत्रियों को उतारा है.


पार्टी के लिए खोने के लिए कुछ भी नहीं है लेकिन वो इस लोकसभा चुनाव के जरिेए केरल में खाता खोलना चाहती है लेकिन अगर यहां एक भी सीट जीत पाती है तो उसके लिए बड़ी उपलब्धि होगी. बीजेपी सरकार में मंत्री राजीव चंद्रशेखर और वी मुरलीधर चुनावी मैदान में किस्मत आजमा रहे हैं. केरल लेफ्ट पार्टी का गढ़ माना जाता है. राजीव चंद्रशेखर जहां केरल के तिरुवनंतपुरम से उम्मीदवार है वहीं वी मुरलीधरन केरल के आंटिगल से कैंडिडेट है. बीजेपी ने दोनों को पड़ोसी सीटों से टिकट दिया है. राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि हम जरूर जीतेंगे ये चुनाव बदलाव और विकास के लिए है. 


पार्टी को उम्मीद है कि इन के जरिए केंद्र की नरेंद मोदी सरकार की उपलब्धियों को लोगों को पहुंचेगी. बीजेपी ने पिछले चुनाव में इन दोनों सीट पर रिकॉर्ड 25 फिसदी वोट हासिल किया था. 


राजीव चंद्रशेखर का मुकाबला शशि थरूर से


राजीव चंद्रशेखर ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि केंद्रीय मंत्री होने से तिरुवनंतपुरम में उनके जीतने की उम्मीद बढ़ गई है ऐसा नहीं है. ये इस बात के बारे में है कि दिए गए मौके को लोग कैसे उपयोग करते हैं.  पिछले 10 सालों में पॉलटिकल कल्चर में बदलाव आया है. लोग अपने जन प्रतिनिधि से विकास चाहते हैं, पिछले 65 साल से लोगों को सिर्फ एक ही नारा मिला.


चंद्रशेखर का मुकबला यहां तीन बार के सांसद और कांग्रेस के कैंडिडेट शशि थरूर से है. पिछल चुनाव में थरूर 99 हजार वोट से जीते थे. बीजेपी इन सीटों के शहरी क्षेत्र वट्टियूरकावु और नेमोम में पकड़ बनाए हुए है लेकिन ग्रमीण क्षेत्र समुद्र तटीय एरिया में पिछड़ी है. इस क्षेत्र में ईसाइयों की संख्या ज्यादा है इसलिए बीजेपी को पता है कि यहां वोट चुनावी कैंपेन पर निर्भर करता है. चंद्रशेखर का आरोप है कि यहां लेफ्ट पार्टी बीजेपी के खिलाफ प्रोपगैंडा कर रही है. कुछ समुदाय के लोगों के दिमाग में जहर घोलने का काम कर रही है. 


आंटिगल लोकसभा सीट से मुरलीधरन 


आंटिगल से उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधर चुनाव मैदान में हैं. उन्हें लेफ्ट और कांग्रेस से कड़ी चुनौती मिल रही है. यहां उनका मुकाबला कांग्रेस कैंडिडेट अधूर प्रकाश और लेफ्ट  कैंडिडेट वी. जोए से है. 1991 से ही ये जगह लेफ्ट का किला रहा है लेकिन राहुल गांधी के वायवनाड और सबरीवाला मंदिर मुद्दे की वजह से बीजेपी और कांग्रेस को फायदा हुआ है. यहां बीजेपी 14 फिसदी वोट का लाभ हुआ है. 


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