Lok Sabah Election 2024: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने आगामी लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की सभी 80 सीट जीतने का लक्ष्य रखा है. पार्टी इस टारगेट को हासिल करने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रही है. हालांकि 80 सीटों पर जीत में पूर्वांचल की 5 सीटें रोड़ा बनी हुई हैं. इन सीटों में आजमगढ़, लालगंज, घोसी, गाजीपुर और जौनपुर लोकसभा सीट शामिल हैं. पिछले बार इन सभी सीट पर बीजेपी को समाजवादी पार्टी से हार का सामना करना पड़ा था.
ऐसे में इस बार बीजेपी की नजर पूर्वांचल में हारी हुई पांच सीटों पर है और वह यहां अच्छा प्रदर्शन करना चाहती है. हालांकि, आजमगढ़ की सीट फिलहाल बीजेपी के पास हैं, उसने 2022 में इस सीट को उपचुनाव में जीता था. 2022 में अखिलेश यादव ने जब संसद की सदस्यता से इस्तीफा दिया तो उपचुनाव में बीजेपी के दिनेश लाल यादव निरहुआ ने यहां से धर्मेंद्र यादव को हरा दिया.
2019 में आजमगढ़ से अखिलेश यादव जीते
2019 के आम चुनाव में आजमगढ़ सीट से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ढाई लाख से ज्यादा मतों से जीत हासिल की थी. यादव बहुल इस संसदीय सीट पर अखिलेश यादव ने बीजेपी के प्रत्याशी और भोजपुरी सिनेमा के स्टार दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ को 2,59,874 मतों के अंतर से हराया था.
लालगंज में बीएसपी की जीत
वहीं लालगंज लोकसभा सीट से 2019 का आम चुनाव बहुजन समाज पार्टी की संगीता आजाद जीती थीं. इस सीट पर 1989 से 2014 के बीच हुए आम चुनाव में बीजेपी को महज एक बार ही जीत नसीब हुई है. 2014 में बीजेपी की नीलम सोनकर यहां से जीत हासिल की थी.
घोसी सीट पर भी बीएसपी का कब्जा
पिछले चुनाव में घोसी लोकसभा सीट पर बहुजन समाज पार्टी के अतुल राय ने चुनाव जीता था. अतुल राय को 1,22,568 मतों के अंतर से जीत मिली थी. अतुल राय को चुनाव में 573,829 वोट मिले थे तो बीजेपी के हरिनारायण राजभर ने 4,51,261 वोट हासिल किए. 2014 में इस सीट पर बीजेपी के हरिनारायण राजभर ने जीत हासिल की थी.
गाजीपुर से हारे मनोज सिन्हा
गाजीपुर लोकसभा सीट से 2019 का आम चुनाव बहुजन समाज पार्टी के अफजाल अंसारी ने जीता था. उन्हें अफजाल अंसारी ने 1,19,392 मतों के अंतर से हराया था. गाजीपुर लोकसभा सीट से बीजेपी के मनोज सिन्हा ने तीन बार सांसद रह चुके हैं, उनकी जीत से बीजेपी को बड़ा झटका लगा था.
जौनपुर में क्या रहा परिणाम
जौनपुर लोकसभा सीट से भी 2019 में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था. इस सीट से बहुजन समाज पार्टी के श्याम सिंह यादव ने जीत हासिल की थी. 1989 से 2014 के बीच बीजेपी ने यहां से चार बार लोकसभा का चुनाव जीता था.
चंदौली में जीती बीजेपी
पिछली बार बीजेपी ने पूर्वांचल की चंदौली लोकसभा सीट पर जीत हासिल की थी. हालांकि, यहां जीत का अंतर भी ज्यादा नहीं था. चंदौली सीट से बीजेपी के डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय महज 13,959 मत से जीते थे. वहीं, इससे पहले इसी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से वर्ष 2014 का आम चुनाव डॉ. पांडेय ने डेढ़ लाख से ज्यादा मतों के अंतर से जीता था.
2022 विधानसभा चुनाव में बीजेपी का प्रदर्शन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बीजेपी ने साल 2022 में लगातार दूसरी बार सरकार बनाई. इसके बावजूद पूर्वांचल में पार्टी का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा. 2022 में आजमगढ़ लोकसभा क्षेत्र की सभी पांच विधानसभा सीटों पर बीजेपी को हार झेलनी पड़ी. इसी तरह से लालगंज लोकसभा क्षेत्र की पांच विधानसभा सीटों पर भी भाजपा हारी.
गाजीपुर लोकसभा क्षेत्र की पांच विधानसभा सीटों में से एक पर भी बीजेपी उम्मीदवार जीत दर्ज नहीं कर सका था. घोसी लोकसभा क्षेत्र की पांच विधानसभा सीटों में से सिर्फ एक पर बीजेपी को जीत नसीब हुई. वहीं, जौनपुर की पांच विधानसभा सीटों में महज 2 ही बीजेपी के खाते में आ सकीं.
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