Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले वरुण गांधी के तेवर बदल चुके हैं. पिछले पांच साल में लगातार अपनी सरकार से सवाल पूछने वाले वरुण अब पार्टी के पक्ष में पोस्ट कर रहे हैं. उन्होंने भारत रत्न के एलान के बाद पीएम मोदी के पोस्ट शेयर किए और पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन के बाद भी पीएम मोदी का पोस्ट शेयर किया. इसके अलावा उन्होंने सरकार के खिलाफ कोई भी बयान नहीं दिया है और सोशल मीडिया पर भी पार्टी के खिलाफ कोई टिप्पणी नहीं की है. पीलीभीत में अच्छी पकड़ के चलते वरुण को एक बार फिर बीजेपी टिकट दे सकती है.
वरुण को टिकट देने की वजह यह है कि उनके संसदीय क्षेत्र में उनकी अच्छी पकड़ है और बीजेपी से टिकट मिलने पर उनकी जीत लगभग तय है. हालांकि, पार्टी के शीर्ष नेता वरुण की अनुशासनहीनता और मोदी सरकार पर किए गए हमलों के चलते उनका टिकट काट सकते हैं.
इन मुद्दों पर सरकार के खिलाफ थे वरुण
बीजेपी सांसद वरुण गांधी केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की योगी सरकार पर जुबानी हमले करते रहे हैं. उन्होंने पिछले पांच साल में सरकार की कई योजनाओं पर सवाल खड़े किए. किसान आंदोलन, लखीमपुर खीरी कांड, बेरोजगारी और अग्निवीर योजना को लेकर उन्होंने सरकार से सवाल पूछे थे. हालांकि, लोकसभा चुनाव से पहले वरुण के सुर बदले हुए नजर आ रहे हैं. पहले किसान आंदोलन में किसानों के बीच जाने वाले वरुण इस बार किसान आंदोलन पर सोशल मीडिया पर भी कोई टिप्पणी नहीं कर रहे हैं.
अनुशासनहीनता भूलेंगे शीर्ष नेता?
पीएम मोदी का सपना लोकसभा चुनाव 2024 में एनडीए गठबंधन को 400 से ज्यादा सीट दिलाने का है. उन्होंने यह भी साफ कर दिया है कि इसके लिए बीजेपी को अकेले 370 सीटें जीतनी होंगी. ऐसे में पार्टी के लिए एक-एक सीट अहम हो जाती है. अगर पीलीभीत से वरुण को टिकट मिलता है तो उनकी जीत लगभग तय है, क्योंकि क्षेत्र में उनकी पकड़ काफी मजबूत है. वहीं, अपनी ही सरकार के खिलाफ उनके बयान और सवाल पार्टी के लिए मुश्किल खड़े करते रहे हैं. बीजेपी में अनुशासन को बहुत अहमियत दी जाती है. इस लिहाज से उनका पत्ता कट सकता है.
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