2024 लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह सक्रिय हो चुकी है. बिहार में नीतीश कुमार के साथ गठबंधन करके भाजपा ने राज्य में एनडीए गठबंधन की स्थिति मजबूत कर ली है. खबरों के अनुसार अब पार्टी पंजाब और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में गठबंधन कर एनडीए को और मजबूत करने की तैयारी कर रही है. देश के 18 राज्यों में पहले ही एनडीए गठबंधन सत्ता में है. अब अन्य राज्यों में भी क्षेत्रीय दलों को साथ लेकर भाजपा अपने गठबंधन को और मजबूत करना चाहती है. यह गठबंधन एनडीए के 400 पार के आंकड़े को हकीकत में बदलने के लिए अहम होंगे.


पंजाब में अकाली दल से हो सकता है गठबंधन
गृहमंत्री अमित शाह ने हाल ही में कहा था कि शिरोमणी अकाली दल के साथ बातचीत जारी है. एक कार्यक्रम में जब उनसे पूछा गया कि क्या एनडीए में शिरोमणी अकाली दल की वापसी हो रही है तो उन्होंने कहा कि बातचीत जारी है, लेकिन अब तक कुछ तय नहीं हुआ है. इसके एक दिन बाद ही कई रिपोर्ट में कहा गया कि 2024 लोकसभा चुनाव साथ लड़ने के लिए भाजपा और शिरोमणी अकाली दल के बीच बातचीत असफल रही है. हालांकि, चुनाव से ठीक पहले अमित शाह शिरोमणी दल को साथ ला सकते हैं. उन्हें इसमें महारत हासिल है. इसी वजह से उन्हें चाणक्य की संज्ञा भी दी जाती है.


इस मामले पर अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि उनकी पार्टी बहुजन समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी चोर है और दोनों ने पंजाब को बर्बाद किया है. हालांकि, उन्होंने भाजपा के साथ बातचीत का सवाल टाल दिया और कहा कि वह फिलहाल पंजाब को बचाने में लगे हुए हैं. शिरोमणी अकाली दल एनडीए गठबंधन का सबसे पुराना सदस्य रहा है. हालांकि, किसान बिल के मामले में मतभेद के बाद यह पार्टी गठबंधन से अलग हो गई. ये तीनों बिल वापस होने के बाद एनडीए में शिरोमणी अकाली दल के वापस लौटने के आसार हैं.


आंध्र प्रदेश
तेलगू देसम पार्टी के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने भी कथित तौर पर 7 फरवरी को अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की है. इस मुलाकात में 2024 लोकसभा चुनाव के लिए आंध्र प्रदेश में दोनों पार्टियों के गठबंधन पर चर्चा हुई. इस राज्य में लोकसभा और विधानसभा दोनों चुनाव एक साथ मई के महीने में होने की संभावना है. खबरों के अनुसार चंद्रबाबू नायडू एनडीए का हिस्सा बनना चाहते हैं और नेताओं का मानना है कि गठबंधन में आने से तेलगू देसम पार्टी को सत्ताधारी वाईएसआर के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करने में मदद मिलेगी. तेलगू देसम या वाईएसआर के साथ गठबंधन के सवाल पर अमित शाह ने कहा "हर बात ऐसे मंच पर नहीं की जाती है. थोड़ा इंतजार करें, सब कुछ साफ होगा."


पीटीआई के अनुसार भाजपा के वरिष्ठ नेता का कहना है कि उनकी पार्टी तेलगू देसम पार्टी के साथ गठबंधन के लिए तैयार है, लेकिन सब कुछ इस पर निर्भर करेगा कि उन्हें लोकसभा चुनाव में कितनी सीटें मिलती हैं. 2018 में एनडीए से अलग होने वाली तेलगू देसम पार्टी ने 2019 लोकसभा चुनावों में केवल तीन सीटें जीत पाई थी. इसके साथ ही राज्य में भी अपनी सत्ता गंवा दी थी. हालांकि, सत्ताधारी वाईएसआर कांग्रेस ने भी कई मुद्दों पर केंद्र सरकार का समर्थन किया है.


उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश में भले ही RLD के जयंत चौधरी ने आधिकारिक ऐलान नहीं किया है, लेकिन उनका एनडीए में शामिल होना लगभग तय है. खबरों के अनुसार भारतीय जनता पार्टी रालोद को दो लोकसभा सीट और एक राज्यसभा सीट देने के लिए तैयार है. भाजपा की तरफ से भी कई बार संकेत मिल चुके हैं कि उत्तर प्रदेश में रोलद के साथ गठबंधन की बातचीत लगभग तय हो चुकी है.