Loksabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 में नरेंद्र मोदी सरकार को मात देने के लिए विपक्षी दलों ने INDIA गठबंधन बनाया है. पर इस गठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. INDIA में शामिल प्रमुख दल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच बार-बार होती तकरार इस गठबंधन के भविष्य पर सवाल खड़े कर रही है. दिल्ली, पंजाब, हरियाणा में दोनों दलों के बीच ठन चुकी है. ऐसे में INDIA गठबंधन के लिए BJP से बड़ी चुनौती इन पार्टियों को साथ लेकर चलना है. आइए जानते हैं कहां-कहां है दोनों के बीच तकरार और क्या है इसकी वजह.
दिल्ली में चल रही जुबानी जंग
दिल्ली में पिछले दिनों दोनों दलों के नेताओं के बीच जुबानी जंग दिखी. इसकी शुरुआत लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर ही हुई. अगस्त में दिल्ली के कांग्रेस नेताओं ने लोकसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा के लिए शीर्ष नेतृत्व के साथ बैठक की. इसके बाद कांग्रेस नेता अलका लांबा ने कहा कि ‘‘कांग्रेस की तीन घंटे से ज्यादा चली बैठक में संगठन की कमियों और लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर चर्चा हुई. हमें सभी सात सीटों पर मजबूती से काम करने का निर्देश दिया गया है. गठबंधन करना है या नहीं, इस पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है, लेकिन हमें सातों सीटों पर तैयारी करने को कहा गया है."
इसके बाद कांग्रेस के दिल्ली मामलों के एआईसीसी प्रभारी दीपक बाबरिया ने बताया कि ‘‘बैठक आने वाले लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी की रणनीति पर चर्चा के लिए आयोजित की गई थी. इसमें दिल्ली कांग्रेस ने अपना प्रस्ताव रखा कि दिल्ली सरकार की जनविरोधी नीतियों का जमीनी स्तर पर विरोध किया जाएगा.’’ इस पर आम आदमी पार्टी ने विपक्षी गठबंधन INDIA पर ही सवाल उठा दिए थे. इस पर आम आदमी पार्टी ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी थी.
पंजाब में भी कांग्रेस में दिख रहा विरोध
अभी पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार है. उसने कांग्रेस को हराकर ही सत्ता हासिल की है. ऐसे में स्थानीय नेता आप के साथ गठबंधन करने के मूड में नहीं हैं. पंजाब में पिछले दिनों कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने AAP के साथ आने पर इनकार किया था.
हरियाणा में ये है स्थिति
दिल्ली से सटे होने के कारण आप लगातार इस राज्य में एक्टिव है. वह यहां पहले भी चुनाव लड़ चुकी है. पार्टी इस बार भी सभी सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है. यहां पार्टी निकाय चुनावों में कुछ सीटें जीत चुकी हैं. ऐसे में यहां भी गठबंधन के बाद सीटों के बंटवारे को लेकर दोनों के बीच तकरार की स्थिति है.
अन्य जगह भी बढ़ती दिख रहीं मुश्किलें
बात राजस्थान की करें तो दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल कई बार राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत पर हमला बोल चुके हैं. यहां भी पार्टी पूरी ताकत से चुनाव लड़ने के मूड में है. गुजरात विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने पांच सीटें जीती थीं, लेकिन उसने कांग्रेस को काफी नुकसान पहुंचाया था. यहां सीटों के बंटवारे में पेच फंस सकता है.
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