Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस ने लगभग सभी विपक्षी दलों के साथ गठबंधन किया है. कांग्रेस का लक्ष्य बीजेपी की अगुआई वाले एनडीए गठबंधन को सत्ता से बाहर करना है. हालांकि, ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस और असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM पार्टी विपक्षी गठबंधन का हिस्सा नहीं हैं. असदुद्दीन ओवैसी तेलंगाना की हैदराबाद लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं और कांग्रेस ने इस सीट पर अब तक अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया है. ऐसे में कयास लगाए जा रहे थे कि कांग्रेस यहां ओवैसी को समर्थन दे सकती है. इस बीच ओवैसी ने साफ किया है कि वह अकेले ही चुनाव लड़ेंगे.


ओवैसी ने कहा "तेलगांना में हमारा किसी पार्टी से गठबंधन नहीं है. मैदान में इस बार कांग्रेस भी है बीजेपी भी है. बीआरआरएस भी है. यूपी में हमलोगों ने पीडीएम बनाया और महाराष्ट्र में गठबंधन को लेकर हमारे इन्तीयाज जलील बात कर रहे हैं." उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि नरेन्द्र मोदी भी लिबास की बात करते थे. कुछ लोग हमारी टोपी से नफरत करते हैं,  कुछ लोग हमारी दाढ़ी नफरत करते हैं. इस सरकार को चीन पर बात करनी चाहिए.






ओवैसी से दोस्ती नहीं- कांग्रेस

तेलंगाना के उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लू भाटी विक्रम ने कहा कि उनकी पार्टी राज्य में 14 सीटें जीतेगी. बीआरएस को लेकर उन्होंने कहा कि यह पार्टी खत्म हो रही है और भारतीय जनता पार्टी पर सांप्रदायिक राजनीति करने का आरोप लगाया. विक्रम ने कहा कि कांग्रेस सामाजिक न्याय की राजनीति करती है. ओवैसी के साथ गठबंधन पर उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी धर्मनिरपेक्ष है और ओवैसी के साथ उनकी दोस्ती नहीं है.


हैदराबाद में त्रिकोणीय मुकाबला

हैदराबाद लोकसभा सीट पर 40 साल से ओवैसी परिवार का कब्जा है. असदुद्दीन ओवैसी यहां से 4 बार सांसद बन चुके हैं, जबकि उनके पिता 6 बार सांसद रहे थे. इस बार ओवैसी के खिलाफ बीजेपी ने माधवी लता और बीआरएस ने गद्दाम श्रीनिवास यादव को टिकट दिया है. कांग्रेस ने अब तक यहां उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया है.

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