Congress On JDS-BJP Alliance: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शनिवार (9 सितंबर) को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) और जनता दल (सेक्युलर) (JDS) 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए कर्नाटक में एकसाथ आ सकती हैं, लेकिन वे राज्य में कांग्रेस की संभावनाओं को दबा नहीं पाएंगी.
खरगे ने कहा, "मैंने समाचारपत्रों में पढ़ा है कि उन्होंने हाथ मिला लिया है. मैंने देवगौड़ा (जेडीएस प्रमुख) और नरेन्द्र मोदी (प्रधानमंत्री) की हाथ पकड़े हुए तस्वीरें भी देखी हैं. हो सकता है कि वे एकसाथ आने की कोशिश कर रहे हों, लेकिन उनका गठबंधन कैसे होगा, दोनों के बीच कितनी सीटों का बंटवारा होगा, यह अभी भी स्पष्ट नहीं है. हालांकि इस बात के पर्याप्त संकेत हैं कि दोनों एकसाथ आ सकते हैं."
'60 फीसदी वोट विपक्षी दलों के पास हैं'- खरगे
इस सवाल पर कि क्या यह कांग्रेस को दबाने की योजना है, कांग्रेस अध्यक्ष ने यहां पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "हमें कोई दबा नहीं सकता. हम शुरू से ही कर्नाटक में चुनाव का अपने दम पर सामना करने की कोशिश कर रहे हैं." उन्होंने कहा, 'पूरे देश में भी, लगभग 26-28 पार्टियां (विपक्षी समूह इंडिया) चुनाव का सामना करने के लिए एकसाथ आई हैं, क्योंकि 60 फीसदी वोट विपक्षी दलों के पास हैं. यदि 60 फीसदी वोट एकसाथ आते हैं, तो राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के साथ 40 फीसदी वोट होंगे. इसलिए, हमें उम्मीद है कि एक लोकतांत्रिक व्यवस्था में हमें सफलता मिलेगी.'
'BJP के साथ चर्चा अभी भी प्रारंभिक चरण में'-JDS
वरिष्ठ बीजेपी नेता येदियुरप्पा ने शुक्रवार (8 सितंबर) को कहा था कि लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के नेतृत्व वाले जेडी(एस) के साथ समझौता करेगी, इस घोषणा से राज्य में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है. बीजेपी संसदीय बोर्ड के सदस्य येदियुरप्पा ने कहा था कि चुनावी सहमति के तहत, जेडी(एस) कर्नाटक में चार लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जहां कुल 28 निर्वाचन क्षेत्र हैं.
हालांकि, इससे पहले जेडी(एस) नेता एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि बीजेपी और उनकी पार्टी के लोकसभा चुनाव एकसाथ लड़ने के बारे में चर्चा अभी भी प्रारंभिक चरण में है. बीजेपी ने कर्नाटक में 2019 के लोकसभा चुनाव में 25 सीटें जीती थी, जबकि उसके समर्थन वाली निर्दलीय उम्मीदवार (मांड्या से एस अंबरीश) ने एक सीट पर जीत हासिल की थी. कांग्रेस और जेडी(एस) ने एक-एक सीट जीती थी.