कांग्रेस ने हैदराबाद से शहनाज तबस्सुम को दिया टिकट, नाराज हुए मुस्लिम नेता बोले-ओवैसी का नहीं कर पाएंगी मुकाबला
Lok Sabha Election: तेलंगाना में कांग्रेस के मुस्लिम नेताओं का एक वर्ग पार्टी से नाराज हो गया है. उनका आरोप है कि पार्टी ओवैसी के खिलाफ सॉफ्ट रुख अपना रही है.
Lok Sabha Election 2024: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के मौजूदा सांसद असदुद्दीन ओवैसी का सामना करने के लिए कांग्रेस नेतृत्व ने इस हफ्ते की शुरुआत में शहनाज तबस्सुम को टिकट देने का फैसला किया. हालांकि, पार्टी के इस फैसले से पार्टी के मुस्लिम नेताओं का एक वर्ग नाराज है.
जानकारी के मुताबिक तेलंगाना कांग्रेस इकाई के अल्पसंख्यक नेता चाहते थे कि इस सीट से पार्टी के किसी वरिष्ठ नेताओं को टिकट दिया जाए. तबस्सुम सुप्रीम कोर्ट में एक प्रैक्टिसिंग वकील हैं. वह अखिल भारतीय आजाद कांग्रेस पार्टी की संस्थापक और राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं.
ओवेसी से नजदीकियां बढ़ा रहे रेवंत रेड्डी
इस संबंध में कांग्रेस के एक वरिष्ठ मुस्लिम नेता ने सियासत न्यूज से कहा कि रेवंत रेड्डी असदु्दीन ओवैसी से नजदीकियां बढ़ा रहे हैं, लेकिन उन लोगों का क्या जो सालों पार्टी में काम कर रहे हैं. शाहनाज तबस्सुम एक सम्मानित वकील हैं, लेकिन वह एक बाहरी व्यक्ति हैं. वह यहां मुकाबला नहीं कर पाएंगी, जीतना तो दूर की बात है.
तेलंगाना में कांग्रेस का अल्पसंख्यक सेल वर्तमान में नेतृत्वहीन है, क्योंकि इसके पिछले अध्यक्ष शेख अब्दुल्ला सोहेल ने पिछले साल के विधानसभा चुनाव से पहले पद छोड़ दिया था और भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) में चले गए थे. उन्होंने तब सबसे पुरानी पार्टी पर मुस्लिम हितों पर ध्यान न देने का आरोप लगाया था. उनका पद भी अब तक नहीं भरा जा सका है.
AIMIM पर नरम पड़ रही कांग्रेस?
TPCC के एक अन्य वरिष्ठ सदस्य ने कहा कि पार्टी हैदराबाद सीट से कोई मजबूत चेहरा नहीं उतारने जा रही है, क्योंकि वह (रेवंत रेड्डी) एआईएमआईएम के साथ दोस्ती करने की कोशिश कर रहे हैं. इससे पहले ओवैसी ने राज्य के मुसलमानों से सार्वजनिक रूप से बीआरएस को वोट देने के लिए भी कहा था.
'कांग्रेस के पास मुस्लिम नेतृत्व नहीं'
कांग्रेस के अल्पसंख्यक नेता ने कहा, "समस्या यह है कि राज्य में कांग्रेस के पास अपना मुस्लिम नेतृत्व नहीं है." पिछले साल के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की जीत के बाद शुरू में पार्टी ने संकेत दिया था कि वह एआईएमआईएम का मुकाबला करेगी, लेकिन अब ऐसा नहीं दिख रहा. हालांकि, कांग्रेस यहां सत्ता में हैं, हमें आसानी से एक लाख वोट मिलना चाहिए, और ओवैसी के खिलाफ एक मजबूत मुस्लिम दावेदार ने उन्हें कड़ी टक्कर दी होगी."
तेलंगाना में कुल 17 लोकसभा सीटें हैं. यहां की हैदराबाद सीट से एआईएमआईएम 1984 से लगातार जीतती आ रही है. 2019 में ओवैसी को लगभग पांच लाख वोट मिले, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी बीजेपी को 2.35 लाख वोट मिले थे.
यह भी पढ़ें- यूपी में इंडिया अलांयस को झटका, 74 सीट पर जीत का परचम लहराएगा एनडीए, ओपिनियन पोल में हुआ खुलासा