Rahul Gandhi Bharat Jodo Yatra 2.O: लोकसभा चुनाव 2024 में सत्तारूढ़ एनडीए से मुकाबला करने के लिए कांग्रेस इस बार इंडिया गठबंधन में शामिल है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा की सफलता के बाद काफी सुर्खियों में रहे थे. वहीं कांग्रेस में फिर से भारत जोड़ो यात्रा के दूसरे संस्करण को लेकर काफी चर्चा हो रही हैं. इस बार पूर्व से पश्चिम तक भारत जोड़ो यात्रा का दूसरा संस्करण आयोजित करने को लेकर बात की जा रही है. कहा जा रहा कि अगले साल लोकसभा चुनाव से पहले इस यात्रा से पार्टी को मजबूती मिलेगी. हालांकि, पार्टी के कुछ नेताओं का कहना है कि यात्रा चुनावी तैयारियों से ध्यान भटका सकती है.
राहुल गांधी के नेतृत्व में हुआ था भारत जोड़ो यात्रा
बता दें कि कांग्रेस के वायनाड से सांसद राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा पिछले साल के आखिरी में 7 सितंबर, 2022 को कन्नियाकुमारी से शुरू हुई थी. यह यात्रा 12 राज्यों से होकर जम्मू-कश्मीर में समाप्त हुई, जिसमें 136 दिनों में लगभग 4000 किलोमीटर की दूरी तय की गई. हालांकि, इस यात्रा के समापन के बाद राहुल गांधी के मणिपुर, लद्दाख और दिल्ली के मोटर मैकेनिक के यहां जाने को भारत जोड़ो यात्रा का नाम दिया गया.
कांग्रेस हलकों में दूसरी भारत जोड़ो यात्रा को लेकर चर्चा जोर पकड़ रही है, हालांकि इसकी तारीखों पर अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है. भारत जोड़ो यात्रा 2.0 पैदल मार्च के बजाय हाइब्रिड मोड में होगा लेकिन ये कहां से शुरू होगी इसपर अभी भी संशय है. पिछले महीने अगस्त में महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने संवाददाताओं से इस यात्रा को लेकर कहा कि भारत जोड़ो यात्रा गुजरात के पोरबंदर से शुरू होगी, जो मेघालय में जाकर समाप्त होगी.
सीडब्ल्यूसी मीटिंग में यात्रा पर हो सकती है चर्चा
इससे पहले भारत जोड़ो यात्रा को लेकर कहा जा रहा था कि यह 2 अक्टूबर से शुरू की जाएगी, जो गुजरात के पोरबंदर से शुरू होकर पूर्वी राज्य मेघालय में समाप्त होगी. हालांकि, सूत्रों की मानें तो अब भारत जोड़ों यात्रा को 1 दिसंबर से शुरू करने पर विचार की जा रही है. सूत्रों ने यह भी कहा है कि यात्रा की बढ़ती मांग को देखते हुए इस पर 16 और 17 सितंबर को हैदराबाद में होने वाली नवगठित कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की पहली बैठक में चर्चा होने की संभावना है.
वही एक नेता का कहना है कि इस यात्रा को असम से शुरू करना चाहिए और गुजरात में समाप्त करना चाहिए. एक दूसरे सूत्रों के मुताबिक, भारत जोड़ो यात्रा के दूसरे संस्करण को लेकर कई लोगों की राय है कि यात्रा चुनावी तैयारियों से ध्यान भटका सकती है.
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