2019 में इन सीटों पर बीजेपी ने कांग्रेस को दी थी करारी शिकस्त, इस बार क्या हैं हालात, जानें
Lok Sabha Election: 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कुल 12 राज्यों की 192 सीटों पर सीधा मुकाबला हुआ था. इनमें से बीजेपी को 176 सीटों पर जीत हासिल हुई थी.
Lok Sabha Election 2024: चुनाव आयोग जल्द ही आगामी लोकसभा चुनाव की घोषणा कर सकता है. ऐसे में सभी राजनीतिक दल तैयारियों में जुट गए हैं और उम्मीदवारों को मैदान में उतार रहे हैं. पिछले दो चुनाव में शानदार जीत हासिल करने वाले बीजेपी इस बार भी अपना पिछला प्रदर्शन दोहराने में लगी है. वहीं, बीजेपी को रोकने के विपक्षी दलों ने इंडिया अलायंस बनाया है.
इंडिया अलायंस के तहत कांग्रेस यूपी में समाजावादी पार्टी, दिल्ली में आम आदमी पार्टी, बिहार में आरजेडी और तमिलनाडु में डीएमके साथ मुकाबला कर रही है. गठबंधन के बावजूद देश के कई राज्यों में बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर है. हालांकि, पिछले दो लोकसभा चुनाव में जिन सीटों पर कांग्रेस और बीजेपी की सीधी टक्कर हुई थी, उनमें से अधिकांश पर कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था.
2019 में कांग्रेस को करारी शिकस्त
गौरतलब है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कुल 12 राज्यों की 192 सीटों पर सीधा मुकाबला हुआ था. इनमें से बीजेपी को 176 सीटों पर जीत हासिल हुई थी. इन सीटों पर बीजेपी की जीत की स्ट्राइक रेट 92 फीसदी रहा था. वहीं, कांग्रेस इन सीटों पर 16 सीटों पर जीत हासिल कर सकी थी. इस दौरान उसका स्ट्राइक रेट 8 फीसदी भी कम था.
किन राज्यों में हुआ बीजेपी-कांग्रेस का सीधा मुकाबला?
2019 में बीजेपी और कांग्रेस का सीधा मुकाबला हुआ उनमें मध्य प्रदेश की 29, कर्नाटक की 28, गुजरात की 26, राजस्थान की 25, असम की 14, छत्तीसगढ़ की 11, हरियाणा की 10 सीटें शामिल हैं. इसके अलावा अन्य राज्यों की 49 सीटों पर भी दोनों दलों का सीधा मुकाबला हुआ था.
कांग्रेस के लिए इस बार भी हालात मुश्किल
2019 के आम चुनाव में बीजेपी ने कांग्रेस को जिन सीटों पर सीधे मुकाबले में हराया था. इस बार भी वहां कांग्रेस के लिए परिस्थितियां आसान नहीं हैं. पिछली बार कांग्रेस मध्य प्रदेश में एक भी सीट नहीं जीत सकी. वहीं, हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस को मध्य प्रदेश , राजस्थान और छत्तीसगढ़ में हार का मुंह देखना पड़ा था. हालांकि, इस बार कांग्रेस के कर्नाटक में थोड़ा बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है, जहां इस समय वह सत्ता में हैं.