Lok Sabha Election 2024: बिहार में लंबी खींचतान के बाद इंडिया गठबंधन के बीच सीट बंटवारे पर बात बन गई. समझौते के तहत प्रदेश की 40 लोकसभा सीटों में आरजेडी 26, कांग्रेस 9 और वामपंथी दल 5 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. माना जा रहा है कि कांग्रेस जिन सीटों पर बेहतर प्रदर्शन कर सकती थी, उनमें से कई सीटें आरजेडी के खाते में चली गई हैं.
सीट शेयरिंग फॉर्मूले के तहत कांग्रेस किशनगंज, कटिहार, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, पश्चिमी चंपारण, पटना साहिब, सासाराम, महाराजगंज और समस्तीपुर पर चुनाव लड़ेगी. हाल ही में इन सभी सीटों पर टीवी9 भारतवर्ष ने एक सर्वे किया था. इस सर्वे में कांग्रेस को झटका लग सकता है.
सर्वे में कांग्रेस को 2 सीट
सर्वे के मुताबिक किशनगंज और कटिहार सीट पर कांग्रेस जीत हासिल कर सकती है. हालांकि, बाकी सीटों पर कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ सकता है. सर्वे के अनुसार भागलपुर से जेडीयू, मुजफ्फरपुर, पश्चिमी चंपारण, पटना साहिब, सासाराम और महाराजगंज से बीजेपी जीत सकती है, जबकि समस्तीपुर की सीट एलजेपी (रामविलास) के खाते में जा सकती है.
इंडिया अलायंस को बिहार में झटका
राज्य की 40 सीट में बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के खाते में 38 सीट जा सकती हैं. इनमें से बीजेपी 17, जेडीयू 15, एलजेपी 5 और हिंदुस्तान अवाम मोर्चा 1 सीट जीत सकती है, वहीं कांग्रेस के 2 सीट पर जीतने की संभावना है. सर्वे में आरजेडी को कोई सीट मिलती नहीं दिखाई दे रही है.
आरजेडी के खाते में पूर्णिया सीट
इस बीच बिहार में सीट बंटवारा होते ही कई दिग्गज नेताओं का खेल पूरी तरह से बिगड़ गया है. आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने पूर्णिया कांग्रेस को देने के बजाय अपने पास रखी है. इस सीट से पप्पू यादव ने चुनाव लड़ने की चाह में अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय कर लिया है. इतना ही नहीं सुपौल सीट भी आरेजडी की अपने खाते में गई है, जहां से पप्पू यादव की पत्नी रंजीता रंजन 2009 में सांसद रही हैं.
पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता शकील अहमद मधुबनी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी में थे, लेकिन यह सीट भी आरजेडी ने अपने पास रख ली. इसके अलावा औरंगाबाद सीट आरजेडी के हिस्से में चली गई है, जिससे कांग्रेस के दिग्गज नेता निखिल कुमार को झटका लगा है.