Lok Sabha Election 2024 Date: सेवन सिस्टर्स भी चुनेंगी प्राइम मिनिस्टर! लोकसभा चुनाव के लिए जानें पूर्वोत्तर के राज्यों का पूरा कार्यक्रम
Lok Sabha Election 2024 Schedule: आम चुनाव 2024 के लिए बीजेपी और कांग्रेस समेत तमाम दलों ने अपने-अपने टारगेट सेट किए हैं, जिन्हें पूरा करने के लिए पूर्वोत्तर के राज्यों की अहमियत किसी से छिपी नहीं है.
Lok Sabha Elections 2024 Schedule: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर चुनाव आयोग ने शनिवार (16 मार्च) को तारीखों की घोषणा कर दी. चुनाव आयोग के मुताबिक मिजोरम, मेघालय, नागालैंड, सिक्किम में एक ही चरण में लोकसभा का चुनाव होगा.
पूर्वोत्तर भारत को आधिकारिक तौर पर उत्तर पूर्वी क्षेत्र (NER) के रूप में जाना जाता है. यह भारत का सबसे पूर्वी क्षेत्र है. पूर्वोत्तर में आठ राज्य है. इनमें अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, त्रिपुरा को आमतौर पर सेवन सिस्टर्स के रूप में जाना जाता है और आठवें राज्य सिक्किम को इनका भाई माना जाता है.
पूर्वोत्तर में कितनी लोकसभा सीटें?
पूर्वोत्तर के इन सभी आठों राज्यों में मिलाकर लोकसभा की कुल 25 सीटें हैं. इनमें सबसे ज्यादा 14 सीटें असम में हैं. अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय और त्रिपुरा में प्रत्येक राज्य में लोकसभा की 2-2 सीटें हैं. मिजोरम, नगालैंड और सिक्किम में लोकसभा की 1-1 सीट है.
पूर्वोत्तर के राज्यों में कहां कितनी हैं लोकसभा सीटें?
असम कुल सीट- 14
पहला चरण | 19 अप्रैल 2024 |
दूसरा चरण | 26 अप्रैल 2024 |
तीसरा चरण | 7 मई 2024 |
अरुणाचल प्रदेश की कुल 2 लोकसभा सीटों पर एक चरण में 19 अप्रैल 2024 को मतदान होंगे. मिजोरम, मेघालय, नागालैंड, सक्किम में एक चरण में 19 अप्रैल को लोकसभा का चुनाव होगा.
त्रिपुरा कुल सीट-2
पहला चरण | 19 अप्रैल 2024 |
दूसरा चरण | 26 अप्रैल 2024 |
मणिपुर कुल सीट- 2
पहला चरण | 19 अप्रैल 2024 |
दूसरा चरण | 26 अप्रैल 2024 |
पूर्वोत्तर में किसका वर्चस्व?
पूर्वोत्तर भारत के राज्य अपने स्थान और चीन और अन्य पड़ोसियों के साथ साझा होने वाली सीमा के कारण काफी अहमियत रखते हैं. आमतौर पर पिछले लोकसभा चुनावों में इस क्षेत्र में क्षेत्रीय दलों का वर्चस्व देखा गया है, लेकिन 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद बीजेपी इस क्षेत्र में मजबूत होती चली गई.
2014 में पूर्वोत्तर जब बीजेपी केंद्र की सत्ता में आई तब पूर्वोत्तर के पांच राज्यों (असम, मणिपुर, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश) में कांग्रेस का शासन था. उस दौरान नगालैंड में एनपीएफ, त्रिपुरा में सीपीआईएम और सिक्किम में एसडीएफ की सरकार थी. 2016 से नतीजे बीजेपी के पक्ष में ज्यादा आने शुरू हुए और क्षेत्र में कांग्रेस-लेफ्ट गठबंधन का किला कमजोर होता चला गया. 2019 तक पूरी तस्वीर बदल गई. फिलहाल नॉर्थ-ईस्ट के आठ में सात राज्यों में बीजेपी और उसकी सहयोगी पार्टियों की सरकार है.
2019 के लोकसभा चुनाव में पूर्वोत्तर की 25 सीटों में से बीजेपी ने 13 सीटें जीती थी और कांग्रेस महज 3 सीटें जीत पाई थी. बाकी सीटों पर क्षेत्रीय दल और निर्दलीय जीते थे.
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