PM Free Laptop Scheme Fact Check: मौजूदा समय में इंटरनेट, सोशल मीडिया ऐसे प्लेटफॉर्म हैं, जहां हर कोई एक्टिव है. बात चुनाव की हो तो यह और अहम हो जाता है. चुनाव के दौरान इन प्लेटफॉर्म पर अलग-अलग तरह के वीडियो, अलग-अलग तरह की खबरें भी मिलती रहती हैं. इनमें से कुछ वायरल न्यूज और वीडियो ऐसे भी होते हैं, जिनमें दावा कुछ किया जाता है और हकीकत कुछ और होती है.


ऐसी ही एक खबर इन दिनों इंटरनेट पर चल रही है. यह खबर एक वेबसाइट के जरिए फैलाई जा रही है. इसमें कहा जा रहा है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री मुफ्त लैपटॉप योजना 2024 की शुरुआत की है. हालांकि, जब हमने इसकी पड़ताल की तो यह दावा झूठा निकला.


क्या दावा किया जा रहा वेबसाइट पर?


दरअसल, 'पीएम योजना अड्डा' (https://pmyojanaadda.com/) नाम से एक वेबसाइट चल रही है. इस वेबसाइट को क्लिक करके देंखेंगे तो इसमें दावा किया गया है कि भारत सरकार सभी छात्रों को मुफ्त लैपटॉप मुहैया करा रही है. इस वेबसाइट पर पूरी खबर लिखी हुई है. खबर की हेडिंग है, 'फ्री पीएम योजना अड्डा 2024 लैपटॉप योजना: भारत सरकार सभी छात्रों को मुफ्त लैपटॉप प्रदान कर रही है, आप भी आवेदन कर सकते हैं.'


इसमें विस्तार से दावा करते हुए कहा गया है कि अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद ने प्रधानमंत्री मुफ्त लैपटॉप योजना 2024 नाम से एक योजना शुरू की है, जिसके जरिए देशभर के आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को उच्च शिक्षा पूरी करने के लिए लैपटॉप उपलब्ध कराए जाएंगे. इसमें ये तो नहीं बताया गया है कि योजना किस तारीख से शुरू हुई, लेकिन आवेदन की आखिरी तारीख जरूर बताई गई है. इस खबर में आवेदन करने के लिए www.aicte-india.org नाम से वेबसाइट का पता दिया गया है.




जांच में क्या निकला सच?


हमने इन दावों की पड़ताल शुरू की. इसी कड़ी में हम उस वेबसाइट पर गए जहां आवेदन के लिए कहा गया था. अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद की आधिकारिक वेबसाइट पर जाने के बाद काफी तलाशा, लेकिन वहां ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली. वेबसाइट पर हमें AICTE  की ओर से जारी एक नोटिस मिला. इस नोटिस ने सारा सच सामने रख दिया.


क्या लिखा था नोटिस में?


इस नोटिस में लिखा था “एआईसीटीई छात्रों के लिए प्रधानमंत्री मुफ्त लैपटॉप योजना के बारे में फैली झूठी और भ्रामक खबरों को खारिज करता है. हाल ही में कई ऑनलाइन वेबसाइट्स पर ऐसी खबरें फैलाईं गईं हैं कि फ्री लैपटॉप योजना चल रही है, लेकिन वास्तव में न तो भारत सरकार और न ही एआईसीटीई इस तरह की कोई योजना चला रहा है. इसलिए ऐसी खबरों को लेकर सावधानी बरतनी चाहिए.”


ये भी पढ़ें


पीएम मोदी के आने से पहले सवाईमाधोपुर क्षेत्र में क्यों बांटे गए पीले चावल ? नेताओं ने झोंक दी ताकत