Lok Sabha Election: अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए सत्तासीन नेशनल डेमोक्रेटिक एलायंस (NDA) को जीत की हैट्रिक लगाने की तैयारी कर रहा है तो वहीं  इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव एलायंस (INDIA) इसे रोकने के प्रयास. बावजूद इसके हाल ही में आये कुछ सर्वे के नतीजे इस बात की भविष्यवाणी कर रहे हैं कि एनडीए तीसरी बार सत्ता के सिंहासन पर बैठने वाली है. हालांकि यह तो अगले साल ही पता चलेगा कि कौन सत्ता के शिखर पर पहुंचेगा.


वहीं इन सब अगर-मगर के बीच भी एक और बात ध्यान देने योग्य है. वह यह कि दक्षिण किले के दो प्रमुख दलों ने अभी तक किसी भी गठबंधन का हाथ नहीं थामा है. इन दो दलों के अलावा पूर्व में भी एक दल ऐसा है, जो पिछले लोकसभा चुनाव में किसी गठबंधन में नहीं था और इस बार भी अभी तक किसी गठबंधन में शामिल नहीं है. बीजू जनता दल (बीजेडी) ने पिछली बार अकेले दम चुनाव लगा था. आंध्रप्रदेश में जगनमोहन की वाईएसआरसीपी, तेलंगाना में के चंद्रशेखर राव की बीआरएस (पूर्व में टीआरएस) और ओडिशा में बीजू पटनायक की बीजेडी ऐसी तीन पार्टियां  हैं, जो आगामी लोकसभा चुनाव परिणाम को पलट सकतीं हैं. इन तीनों दलों के पास इस समय कुल 43 सीटें हैं.  


कौन हैं ये दल और कितना है इनका प्रभाव
आंध्र प्रदेश में जगन मोहन रेड्डी की वाईएसआरसीपी और तेलंगाना में के चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली बीआरएस और ओडिशा में बीजू जनता दल (बीजेडी) ऐसी पार्टियां हैं, जो पिछले लोकसभा चुनाव 2019 में किसी गठबंधन का हिस्सा नहीं थीं. यह दल इस बार अभी तक न तो इंडिया एलायंस और न ही एनडीए एलायंस का हिस्सा बने हैं. इन दलों का अपने राज्य में कितना असर है वह उनकी सीटों के जरिए आसानी से लगाया जा सकता है.


वाईएसआरसीपी के पास 22, बीजेडी के पास 12 और बीआरएस के पास हैं 9 सीटें
पिछले चुनाव आम चुनाव में इन पार्टियों ने बीजेपी और कांग्रेस जैसी बड़ी पार्टियों को अपने राज्य में काफी पीछे छोड़ दिया था. 2019 लोकसभा चुनाव में आंध्रप्रदेश में वाईएसआरसीपी ने 22  सीटों पर जीत हासिल की थी. इसी तरह तेलंगाना में बीआरएस (पूर्व में टीआरएस) ने 17 में से 9 सीटों पर कब्जा करके बीजेपी और कांग्रेस को क्रमशः दूसरे और तीसरे नंबर पर धकेल दिया था. वहीं ओडिशा में बीजेडी ने 12 सीटें लेकर बीजेपी (8 सीट) को दूसरे नंबर पर धकेल दिया था. 


किसी गठबंधन में शामिल होने से पड़ेगा ये असर 
टाइम्स नाऊ-ईजीटी, सी-वोटर, और इंडिया टीवी-सीएनएक्स ने सर्वे के जो नतीजे जारी किए हैं, अगर वह सही बैठते हैं तो सभी ने लगभग एक जैसे परिणाम दिखाए हैं. इन सर्वे के अनुसार एृनडीए एलायंस को 290 से लेकर 318 सीटों तक मिलते दिखाईं दे रहीं हैं. वहीं इंडिया एलायंस को 170 से लेकर 190 तक सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है. अब अगर उपरोक्त तीनों दल किसी गठबंधन का हिस्सा बनते हैं तो सीधे करीब 43-45 सीटों का लाभ उसे मिलेगा. अगर यह इंडिया एलायंस की तरफ झुकते हैं तो चुनाव नतीजे काफी चौंकाने वाले आयेंगे.