Lok Sabha Election 2024: आगामी लोकसभा चुनाव के लिए सत्तारूढ़ एनडीए के साथ विपक्षी गठबंधन इंडिया भी जोर-शोर से तैयारियों में जुट गई है. 26 विपक्षी दलों का एक मंच पर आने का मकसद पीएम मोदी के नेतृत्व वाली मौजूदा सरकार को बेदखल करना है. वहीं, एनडीए भी लगातार तीसरी बार सत्ता हासिल करने की कोशिशों में लगी हुई है. इस बीच पिछले हफ्ते एक सर्वे का नतीजा आया है जिसके मुताबिक एक बार फिर देश में एनडीए की सरकार बन सकती है.

इंडिया टीवी सीएनएक्स ने 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए एक सर्वे किया. जिसके अनुसार, बीजेपी की नेतृत्व वाली एनडीए गठबंधन तीसरी बार भी 300 के आंकड़े को पार कर सकती है. एनडीए को 318 सीटों पर जीत मिलने का अनुमान है. जिसमें बीजेपी अकेले दम पर 290 सीटों पर जीतने का अनुमान है. जबकि विपक्षी गठबंधन को 175 सीटों पर जीत मिल सकता है, जिससे यह तो साफ है कि इस आंकड़ों के मुताबिक सरकार बदल नहीं सकती है. सर्वे में अन्य को 50 सीटें मिलने की भविष्यवाणी की गई है.

AAP की सीटों में 10 गुना का इजाफा
सर्वे के परिणाम के अनुसार,  कांग्रेस लगातार तीसरी बार भी दोहरे अंको में सिमट सकती है. कांग्रेस को अकेले दम पर कुल 66 सीटें मिलने का अनुमान है. हालांकि पिछले चुनाव के मुकाबले कांग्रेस को 14 सीटों का इजाफा हो सकता है. जबकि इंडिया गठबंधन में आने से अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को फायदा होने का अनुमान है. सर्वे में AAP को 10 सीटों पर जीत मिलने का अनुमान लगाया गया है. पिछली लोकसभा चुनाव में केजरीवाल की पार्टी को केवल एक सीट मिली थी. इसके मुताबिक पार्टी को कांग्रेस के साथ गठबंधन करने से सीटों में 10 गुणा का इजाफा हो सकता है.

पंजाब में सीटें बढ़ी, दिल्ली में खुल सकता है खाता?
सर्वे के अनुमान के मुताबिक, दिल्ली की सत्तारूढ़ दल को राष्ट्रीय राजधानी में भी खाता खुल सकता है अगर वह कांग्रेस के साथ इंडिया गठबंधन में चुनाव लड़ती है. दिल्ली में आप को 2 सीटों का फायदा होता दिख रहा है. जबकि बाकी सीटों पर बीजेपी को जीत मिलने का अनुमान है. दिल्ली में लोकसभा की कुल 7 सीटें है.

इसके अलावा, अरविंद केजरीवाल की पार्टी को पंजाब में बड़ा फायदा मिलने का अनुमान है. पंजाब में कुल 13 लोकसभा सीट है जिसमें आप को यहां से 8 सीटें मिल सकती है. जबकि बाकी के 5 सीटों पर कांग्रेस को जीत मिलने का अनुमान है. पिछली बार केजरीवाल की पार्टी को यहां से एक सीट पर जीत मिली थी. वहीं 2014 के चुनाव में AAP को पंजाब से 4 सीटों पर जीत मिली थी. इस आंकड़ों से देखे तो अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को कांग्रेस के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ने से फायदा होने का अनुमान है.


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