Vice President Jagdeep Dhankhar: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार (4 जुलाई) को कहा कि देश ने 2014 के बाद एक 'बड़ा बदलाव' देखा है क्योंकि उसे एक ऐसी सरकार मिली है जहां तीन दशकों के गठबंधन शासन के बाद एक ही पार्टी के पास बहुमत है.
जगदीप धनखड़ ने यह बात भारतीय राजस्व सेवा के 76वें बैच के अधिकारी प्रशिक्षुओं और राष्ट्रीय प्रत्यक्ष कर अकादमी (NADT) में ओरिएंटेशन प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा है.
अब हम सही रास्ते पर हैं- धनखड़
धनखड़ ने हाल में संसद की ओर से पारित मध्यस्थता विधेयक 2021 की सराहना की. उन्होंने कहा कि इससे समाज के एक बड़े वर्ग को मदद मिलेगी जो कमजोर है. उन्होंने कहा कि संसद ने 40 से अधिक अधिनियमों में संशोधन किया और उनमें से जेल की सजा का प्रावधान हटा दिया.
उपराष्ट्रपति ने कहा, 'ये बदलाव... बहुत पहले हो जाने चाहिए थे. लेकिन अब हम सही रास्ते पर हैं.' उन्होंने कहा कि संकट हमेशा एक अवसर प्रदान करता है और जब कोई चुनौती का डटकर सामना करता है तो वह भी एक अवसर बन जाता है.
बड़ा बदलाव क्यों आया?
उपराष्ट्रपति ने कहा, 'बड़ा बदलाव क्यों आया? बड़ा बदलाव इसलिए आया क्योंकि तीस साल से देश अनिश्चितता और गठबंधन शासन के खतरों को देख रहा था. लेकिन 2014 में देश को एक ही पार्टी की सरकार मिली और 2019 में वही पार्टी फिर से शासन में आई.'
जगदीप धनखड़ का इसारा बीजेपी की ओर था. जिसनें पिछले दो बार से लोकसभा में अपने दम पर बहुमत वाली सरकार बनाई है. बता दें 2014 लोकसभा चुनाव में 282 सीटों के साथ बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. जिसके बाद साल 2019 के लोकसभा चुनाव में एक बार फिर से बीजेपी को अकेले 303 सीटें हासिल हुई थी. जबकि कांग्रेस की गठबंधन यूपीए को 2019 में 91 सीटें मिली, अकेले कांग्रेस 52 सीटों पर सिमट गई थी. साल 2014 में कांग्रेस को 44 सीटों पर जीत दर्ज की थी.
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