Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में यूपी में 13 सीटों पर वोटिंग हुई. इस चरण यूपी में कई सीट ऐसे रहे जहां सपा और बीजेपी में करीबी मुकाबला माना जा रहे है. लेकिन इन सब में हॉट सीट कन्नौज रही. जहां पर इंडिया ब्लॉक के अखिलेश यादव और बीजेपी के वर्तमान सांसद सुब्रत पाठक के बीच मुकाबला था. माना जा रहा है कि इस सीट पर जिस प्रकार का वोटों का ध्रुवीकरण हुआ है, उससे चौंकाने वाले परिणाम आ सकते हैं.


2019 के लोकसभा चुनाव में सपा ने यहां से डिंपल यादव को उतारा था. लेकिन इस बार कन्नौज सीट पर बीजेपी के सुब्रत पाठक के सामने खुद अखिलेश यादव उतरे. माना जा रहा है कि इस बार बीजेपी और सपा अलग रणनीति के साथ कन्नौज में चुनाव  लड़ रहे हैं.


सपा की ओर से जो जिस जातीय फैक्टर पर काम किया गया, उसमें यादव और मुस्लिम मतदाताओं के अलावा यहां की सबसे अधिक जातियों के वाले मतदाताओं में आने वाली लोध बिरादरी रही. सपा को इस बार लोध बिरादरी से करीब 50 प्रतिशत वोट मिलने की आस है.


बाकी दलितों, और अगड़ों को भी उसे समर्थन मिला है. वहीं भाजपा ने यादव और मुस्लिम मतदाताओं से इतर वोटरों पर फोकस किया. पार्टी ने लोध के अलावा पाल, पटेल, कुशवाहा, ठाकुर के अलावा दलित को भी साधने का प्रयास किया. इसके लिए भाजपा ने बाकायदा हर बिरादरी से जुड़े पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों को लोकसभा क्षेत्र में जिम्मेदारी भी दी. जिसमें नरेंद्र राजपूत को लोकसभा संयोजक बनाया गया था, जबकि अरुण पाल लोकसभा प्रभारी बनाया गया था.


वोटिंग से पहले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव शिवपाल यादव ने कहा था कि सपा को लोध बिरादरी का भी बड़ा समर्थन मिला है. करीब 50 प्रतिशत इस बिरादरी का मत पार्टी के खाते में आएगा. इसके अलावा दलित व अन्य बिरादरी के मतदाताओं का भी साथ मिला है. इस हिसाब से कह सकते हैं कि कन्नौज में इस बार हम बड़े अंतर से जीत हासिल करेंगे.