दिल्ली में आम आदमी पार्टी के अलावा चुनावी मैदान में हैं ‘अंजान आदमी पार्टी’, ‘गरीब आदमी पार्टी’, लिस्ट देखिए
Lok Sabha Election 2024: दिल्ली में लोकसभा चुनाव 2024 का चुनावी दंगल इस बार और दिलचस्प होने जा रहा है. बड़े राष्ट्रीय दलों के अलावा यहां कई अनोखे नामों वाले राजनीतिक दल भी मैदान में उतर गए हैं.
Lok Sabha Election 2024: चुनावों में कई बार मतदातों को चुनाव चिन्ह को लेकर भ्रम होने की बात आम है, लेकिन दिल्ली में इस बार आम आदमी पार्टी से मिलते-जुलते कई दलों के नाम सामने आए हैं, जो लोकसभा चुनाव 2024 चुनाव लड़ रहे हैं. इन पार्टियों के नाम हैं.. ‘अंजान आदमी पार्टी’, ‘गरीब आदमी पार्टी’, ‘हमारा सही विकल्प पार्टी’, ‘आपकी अपनी पार्टी’ और ‘लोग पार्टी’.
अनोखे नाम वाले पार्टियों के अलावा इस चुनाव में दुकानदार, श्रमिक, फिटनेस ट्रेनर, फिल्मकार, धार्मिक गुरु, पुजारी, ट्यूशन टीचर, एलआईसी एजेंट, वकील, चार्टर्ड अकाउंटेंट, डॉक्टर और पत्रकार भी लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं.
इस चुनाव में गृहणियां, पेंशनभोगी और रिटायर्ड व्यक्ति भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. उनमें से अधिकतर की नजर जीत पर नहीं है, बल्कि उनका लक्ष्य भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी जैसे राष्ट्रीय दलों के वोट बैंक से चंद वोट छीनना है.
एकमात्र अशिक्षित और बेरोजगार उम्मीदवार नंद राम बागड़ी (71) उत्तर-पश्चिम दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से ‘वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल’ का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और उनके हलफनामे के अनुसार उसके पास मात्र 1,000 रुपये नकद हैं. बागड़ी का लक्ष्य चुनावी दौड़ में भाजपा के योगेन्द्र चंदोलिया और कांग्रेस के उदित राज से आगे निकलना है. उन्होंने कहा कि भाजपा और कांग्रेस जिन मुद्दों पर चुनाव लड़ती हैं, वे हमारे मुद्दे हैं, जिन्हें हमने बहुत पहले उठाया था. चाहे वह प्रत्येक नागरिक के बैंक खाते में 15 लाख रुपये जमा करने का वादा हो या मुफ्त बिजली एवं पानी देने का वादा हो.
बड़े दलों से मुस्लिम और दलित वोट अपने खाते में करना है लक्ष्य
‘भीम आर्मी’ प्रमुख चन्द्रशेखर आजाद के राजनीतिक संगठन ‘आजाद समाज पार्टी’ के टिकट पर चांदनी चौक से चुनाव लड़ रही एकल मां एवं आठवीं कक्षा पास गृहिणी सीमा रिजवी (41) ने कहा कि उनका लक्ष्य बड़े दलों से मुस्लिम और दलित वोट अपने खाते में करना है. रिजवी ने कहा, ‘‘भाजपा ब्राह्मणों, पंडितों और अन्य उच्च जाति के हिंदू समूहों को समर्पित पार्टी है, जबकि कांग्रेस मुसलमानों के वोट पर राजनीति करती है. इन दोनों दलों ने चांदनी चौक में मुसलमानों और दलितों के विकास के लिए कुछ नहीं किया. मैं केवल चुनावी लाभ के लिए इनका इस्तेमाल करने वाले इन दलों के वोट छीनना चाहती हूं.’’
पत्रकार रमेश जैन मैदान में
रमेश जैन को ‘गरीब आदमी पार्टी’ ने मैदान में उतारा है। वह एक एलआईसी एजेंट के रूप में काम करते हैं, एक विज्ञापन-बुकिंग व्यवसाय के मालिक हैं और ‘जीवन का लक्ष्य’ नामक एक स्थानीय दैनिक समाचार पत्र कर संचालन करते हैं, जिसके माध्यम से वह पाठकों के लिए संदेश प्रसारित करते हैं.