BJP, कांग्रेस, AAP और टीएमसी को कितनी सीटें? लोकसभा चुनाव 2024 से पहले पोल ऑफ पोल्स में खुलासा
Poll Of Polls: अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में किसे कितनी सीटें मिल सकती है, इंडिया गठबंधन बनने के बाद के इन दो सर्वे में समझे. जानें अरविंद केजरीवाल और ममता बनर्जी की पार्टी को फायदा या नुकसान?
Loksabha Election Survey: आगामी लोकसभा चुनाव पर चर्चा के लिए 31 अगस्त और 1 अक्टूबर को मुंबई में विपक्षी इंडिया की बैठक होनी है. उम्मीद है 26 विपक्षी दलों 'इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग और संयोजक पर निर्णय लिया जा सकता है. कांग्रेस, AAP और टीएमसी समेत सभी विपक्षी दल इसमें भाग लेगें. अबतक इंडिया अलायंस बनने के बाद दो सर्वे के नतीजे आए हैं, जिसके आंकड़ों से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि विपक्षी गठबंधन को फायदा मिल सकता हैं या नहीं?
2024 लोकसभा चुनाव में अब 8 महीने से भी कम समय बचा है. 26 पार्टियों की इंडिया गठबंधन को उम्मीद है कि एकजुट होकर वे मोदी सरकार से सत्ता हासिल करने में कामयाब होंगी. लेकिन इन सर्वे से पता चलता है कि विपक्ष की तमाम कोशिशों के बावजूद एनडीए का रथ रोकना मुश्किल जान पड़ता है. पोल ऑफ पोल्स के आंकड़े में इनमें से एक सर्वे भले ही वोट शेयर के मामले में दोनों के बीच कम का अंतर दिखाता है, लेकिन आने वाले 2024 लोकसभा चुनाव में बीजेपी को पटकनी देना आसान नहीं लगता. जानें पोल ऑफ पोल्स के आंकड़े टीएमसी, कांग्रेस और AAP के लिए क्या कहते हैं?
इस सर्वे में AAP को 10, TMC को 29 सीटें
पोल ऑफ पोल्स में लिए गए दो सर्वे में एक इंडिया टीवी का सीएनएक्स सर्वे है, जिसके नतीजे जुलाई के अंत में जारी हुआ था. जिसके आंकड़ों में एनडीए को 318 सीटें और कांग्रेस को 175 सीटें और अन्य को 50 सीटें मिले हैं. वोट शेयर के मामले में यहां बीजेपी को 42.5 प्रतिशत और कांग्रेस को 24.9 फीसदी वोट मिले हैं. ममता बनर्जी की टीएमसी पार्टी को पश्चिम बंगाल के 42 लोकसभा की सीटों में 29 पर जीत मिलते दिखाया गया है. जबकि राजय में कांग्रेस को केवल एक सीट मिला है. बंगाल में बीजेपी के सीटों में गिरावट दर्ज की गई है, पार्टी को 2019 चुनाव से 6 सीटें कम 12 सीटें मिली है. अकेले तौर पर टीएमसी को 48 फीसदी का वोट शेयर प्राप्त हुआ है. जबकि बीजेपी को 37 फीसदी और कांग्रेस मात्र 6 प्रतिशत वोट शेयर पर जाकर रुक सकती है.
इस सर्वे में AAP को दिल्ली में फायदा होता दिखाया गया है. दिल्ली की कुल सात सीटों में AAP को दो सीटें और बाकी पांच बीजेपी को मिली है. जबकि कांग्रेस को यहां कोई सीट मिलने का अनुमान नहीं है. पंजाब की कुल 13 लोकसभा सीटों में से AAP को सबसे ज्यादा 8 सीटें मिली है, जबकि कांग्रेस भी यहां 5 सीटें ला सकती है मगर बीजेपी को खाली हाथ रहना पड़ सकता है. इस आंकड़ों से देखें तो पोल ऑफ पोल्स में कांग्रेस को अकेले 66 सीटें, ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी को कुल 29 सीटें और AAP को दिल्ली का दो और पंजाब की 8 सीटें मिलाकर कुल 10 सीटों पर जीत दर्ज करने का अनुमान लगाया गया है.
Times now survey के आंकड़े?
दूसरा सर्वे, टाइम्स नाउ की ओर से 15 जून से लेकर 12 अगस्त के बीच किया गया है, जिसमें कुल 1 लाख 10 हजार से भी अधिक के सैंपल लिए गए हैं. दो हफ्ते पहले आए इस सर्वे में एनडीए को 296 से 326 सीटें और इंडिया अलायंस को 160 से 190 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है. वोट शेयर में दोनों के बीच केवल 2.40 फीसदी का अंतर है. एनडीए को 42.60 फीसदी वोट शेयर और विपक्ष की इंडिया को 40.20 फीसदी वोट शेयर मिले हैं. सीटों को लिहाज से देखें तो यहां बीजेपी को 288 से 314 सीटें मिलें है जबकि देश की सबसे पुरानी पार्टी को 62 से 80 सीटें मिली है.
टीएमसी पार्टी को इस सर्वे में 22 से 24 सीटें और AAP को 5 से 7 सीटें मिली है. पश्चिम बंगाल में टीएमसी बीजेपी से आगे है.वोट शेयर में टीएमसी को 45.20 फीसदी, बीजेपी 42.90 प्रतिशत और कांग्रेस को 4.50 फीसदी मिले है. राज्य में एनडीए को 16-18 सीटें और इंडिया गठबंधन को 23-27 सीटें मिलने का अनुमान है. AAP को इस सर्वे में 3 से 5 सीटें कम मिली है. दिल्ली में AAP और कांग्रेस को एक-एक सीट, जबकि बीजेपी को 5-6 मिले हैं. पंजाब में AAP को 4 से 6 सीटें, बीजेपी को 2 से 3 सीटें, कांग्रेस को 4 से 6 सीटें और अकाली दल को 1 से 2 सीटें मिल सकती है.
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