Lok Sabha Elections 2024: सपा-कांग्रेस गठबंधन खत्म! कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय की सीट पर अखिलेश यादव ने दिया इस नेता को टिकट
Lok Sabha Elections 2024: समाजवादी पार्टी ने अब तक 31 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं. इनमें कई सीटें ऐसी हैं, जहां कांग्रेस अपने प्रत्याशी उतारना चाहती थी. अजय राय की सीट भी इसमें शामिल है.
Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले विपक्षी दलों का I.N.D.I.A गठबंधन दम तोड़ता नजर आ रहा है. देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का गठबंधन टूटते हुए दिख रहा है. समाजवादी पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की तीसरी सूची जारी कर दी है. पार्टी अब तक लोकसभा चुनाव 2024 के लिए अपने 31 उम्मीदवार मैदान में उतार चुकी है. अखिलेश ने यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय की सीट वाराणसी में भी उम्मीदवार के नाम का एलान कर दिया है. इसके बाद दोनों पार्टियों के साथ आने की सारी उम्मीदें खत्म हो गई हैं.
अखिलेश यादव ने कहा था कि सीट शेयरिंग पर बात होने के बाद ही वह राहुल गांधी की न्याय यात्रा में शामिल होंगे. राहुल की न्याय यात्रा यूपी में होने के बावजूद वह इसमें शामिल नहीं हुए. इसी के बाद साफ हो गया था कि दोनों पार्टियों के बीच बात बनना मुश्किल है.
17 सीटें देना चाहते थे अखिलेश
I.N.D.I.A गठबंधन को बनाए रखने के लिए अखिलेश यादव कांग्रेस को राज्य की 80 सीटों में से 17 सीट देना चाहते थे. हालांकि, कांग्रेस इसके लिए राजी नहीं हुई. अब अखिलेश ने अपने अपने उम्मीदवारों के नाम की तीसरी सूची जारी कर दी है और गठबंधन की उम्मीदें खत्म हो चुकी हैं. कांग्रेस पार्टी के लिए अमेठी और रायबरेली के बाद वाराणसी की सीट ही सबसे ज्यादा मायने रखती है. यहां से यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय चुनाव लड़ते हैं, लेकिन अखिलेश ने इस सीट पर सुरेंद्र पटेल को टिकट देकर साफ कर दिया है कि वह राज्य में अकेले चुनाव लड़ रहे हैं.
पहले कांग्रेस को ऑफर की थी सीट
अजय राय लगातार तीन बार से इस सीट पर लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस ने पीएम मोदी के खिलाफ भी अजय राय को टिकट दिया था. ऐसे में उनकी सीट छिनने पर गठबंधन बचने की कोई संभावना नहीं है. अखिलेश ने कहा था कि कांग्रेस के 17 सीट के ऑफर को स्वीकार करने के बाद ही वह उनकी यात्रा में शामिल होंगे और मंगलवार तक का समय भी दिया था. अखिलेश यात्रा में भी शामिल नहीं हुए और 17 सीटों में उन्होंने वाराणसी की सीट भी ऑफर की थी, लेकिन अब उस सीट पर भी प्रत्याशी उतार दिया है. इससे साफ है कि गठबंधन खत्म हो चुका है.