(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Lok Sabha Election 2024: रायबरेली सीट पर सपा के बागी बिगाड़ सकते हैं कांग्रेस का खेल, पारंपरिक सीट पर होगा जबरदस्त मुकाबला?
Lok Sabha Election 2024: मनोज पांडेय के रायबरेली से लड़ने की चर्चा इसलिए हो रही है, क्योंकि पांडेय इसी संसदीय क्षेत्र की ऊंचाहार विधानसभा सीट से तीन बार के विधायक हैं.
Raebareli Lok Sabha Seat: यूपी की सियासत में कांग्रेस की पारंपरिक और हाई प्रोफाइल सीट रायबरेली में इसबार जबरदस्त मुकाबला होने की संभावना है. चर्चा है कि रायबरेली सीट से बीजेपी इस बार सपा के बागी विधायक मनोज पांडेय को उतार सकती है. वहीं कांग्रेस से प्रियंका गांधी के रायबरेली सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चा है. क्षेत्र में प्रियंका के पोस्टर भी लग गए हैं.
27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के जिन विधायकों ने खेला किया, उनमें चौंकाने वाला सबसे बड़ा नाम मनोज पांडेय का था. मनोज पांडेय लखनऊ में सीएम योगी से मुलाकात भी कर चुके हैं, ऐसे में अब माना जा रहा है कि मनोज पांडेय बीजेपी में जाने वाले हैं.
मनोज पांडेय को लेकर अखिलेश ने क्या कहा?
उत्तर प्रदेश की विधानसभा में मनोज पांडेय समाजवादी पार्टी के सचेतक थे. 27 फरवरी को उन्होंने पाला बदलने से पहले सचेतक पद से इस्तीफा भी दे दिया. राजनीतिक गलियारों में अब चर्चा इस बात की है कि मनोज पांडेय रायबरेली लोकसभा सीट से बीजेपी के उम्मीदवार हो सकते हैं. इस मामले पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी बोल चुके हैं, उन्होंने कहा 'सुना है कि रायबरेली से लड़ाने वाले हैं.'
मनोज पांडेय के रायबरेली से लड़ने की चर्चा इसलिए हो रही है, क्योंकि पांडेय इसी संसदीय क्षेत्र की ऊंचाहार विधानसभा सीट से तीन बार के विधायक हैं. मनोज पांडेय इलाके में ब्राह्मणों के बड़े नेता माने जाते हैं.
गांधी परिवार की पारंपरिक सीट है रायबरेली
फिलहाल, रायबरेली लोकसभा सीट गांधी परिवार का गढ़ है. बीजेपी इस बार हर हाल में कांग्रेस से ये सीट छीनना चाहती है. समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में फिर से इस सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार ही चुनाव लड़ेगा. सोनिया गांधी के राज्यसभा जाने के बाद चर्चा है कि प्रियंका गांधी कांग्रेस से उम्मीदवार हो सकती हैं. बाकायदा रायबरेली में प्रियंका गांधी के नाम के पोस्टर भी लग गए हैं. सोनिया गांधी जब भी रायबरेली से चुनाव लड़ी, प्रियंका गांधी ने यहां के प्रचार की कमान अपने हाथ में रखी. इसीलिए माना जा रहा है कि रायबरेली के सियासी माहौल से प्रियंका वाकिफ हैं.
रायबरेली सीट पर कांग्रेस का कब से है कब्जा?
जहां तक रायबरेली से गांधी परिवार के रिश्ते का सवाल है तो पहली बार 1952 में इस सीट से फिरोज गांधी सांसद बने. फिर इंदिरा गांधी 1967 से 77 तक रायबरेली से सांसद रहीं. सोनिया गांधी 2004 से लगातार यहां से सांसद हैं. दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी छोड़ने वाले मनोज पांडेय का कहना है कि 'रायबरेली किसी की बपौती नहीं है. रायबरेली से चुनाव लड़ने का निर्णय जनता करेगी. पोस्टर लगाने वाले नहीं बल्कि विकास करने वाला जीतेगा.'
लोकसभा चुनाव 2019 में क्या हुआ?
2019 के लोकसभा चुनाव में सोनिया गांधी को 5 लाख 34 हजार वोट मिले थे, जबकि बीजेपी उम्मीदवार को 3 लाख 67 हजार वोट मिले. 1 लाख 67 हजार वोट से सोनिया गांधी चुनाव जीती थीं. इस बार मनोज पांडेय के बीजेपी के साथ जाने से रायबरेली का सियासी समीकरण बीजेपी के पक्ष में मजबूत होता दिख रहा है. बीजेपी के पूर्व उम्मीदवार रहे दिनेश प्रताप सिंह एलान कर चुके हैं कि पार्टी जिसे उम्मीदवार बनाएगी उसका साथ देंगे. अगर प्रियंका बनाम पांडेय का मुकाबला होता है तो फिर लड़ाई दिलचस्प होगी.