Sanatana Dharma Controversy Row: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन की ओर से सनातन धर्म पर दिया गया विवादित बयान तूल पकड़ते जा रहा है. एक तरफ बीजेपी इसको लेकर विपक्ष पर हमलावर है तो वहीं, कांग्रेस, टीएमसी समेत कई इंडिया गठबंधन के घटक दलों ने इससे किनारा करना शुरू कर दिया है.
बिहार के मिथिलांचल में एक रैली के दौरान शनिवार को अमित शाह सनातन धर्म पर टिप्पणी को लेकर इंडिया गठबंधन पर खूब बरसे थे. वहीं, शाह के बयान पर पलटवार करते हुए राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने बीजेपी को चुनौती देते हुए कहा कि इस देश के लोगों को बताएं कि आपके पास 'सनातनी' का कौन सा गुण है?
कपिल सिब्बल ने रविवार (17 सितंबर) को एएनआई एजेंसी से बात करते हुए कहा कि बीजेपी न तो 'सनातन धर्म' की समर्थक है और न ही संरक्षक है. सनातन धर्म' के गुण ईमानदारी, जीवित प्राणियों को चोट न पहुंचाना, पवित्रता, दान और धैर्य है. सिब्बल ने पूछा क्या उनमें इनमें से एक भी गुण है? यही नहीं राज्यसभा सांसद ने बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अगर आपने राम मंदिर बना दिया तो आप राम नहीं बन गए है.
'सनातन धर्म के लोग इमारतें नहीं गिराते हैं'
कपिल सिब्बल ने राम मंदिर को लेकर बीजेपी को फटकार लगाते हुए कहा कि राम भक्त तो वही है जो भगवान राम के रास्ते पर चले. उन्होंने कहा, 'क्या आप राम मंदिर बनाकर राम भक्त बन सकते हैं? राम मंदिर बनाना क्या राजनीतिक राम भक्त बनना है पवित्रता है.' यह कहने से कि आप सनातन धर्म के खिलाफ हैं इससे भी आप सनातनी नहीं बन जाते हैं. आप सिर्फ एक गुण सनातनी के बता दीजिए. सनातनी हिंसा, भेदभाव की बात नहीं करता.
उन्होंने कहा कि ये खुद ही सनातन नहीं है और जो खुद सनातनी नहीं है वे सनातन धर्म की रक्षा कैसे करेगा? सिब्बल ने कहा कि असली सनातनी गांधी जी थे जो सच्चाई के आधार पर चलते थे न कि सूट-बूट और कॉर्बेट पार्क जाते थे. उन्होंने बीजेपी को सलाह देते हुए कहा कि सनातन धर्म के लोग इमारतें नहीं गिराते हैं, सनातनी किसी ऐसे व्यक्ति को नहीं बचाते हैं जिस पर महिला पहलवानों से छेड़छाड़ का आरोप हो? राम मंदिर का उद्धाटन लोकसभा चुनाव 2024 से दो तीन महीने पहले जनवरी में किया जाना है.
बता दे कि केंद्रीय गृह मंत्री ने बिहार में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि डीएमके और कांग्रेस के नेता सिर्फ वोट बैंक की राजनीति के लिए सनातन धर्म को खत्म करने की बात कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वो सनातन धर्म की कई सारे रोग से इसका तुलना करते हैं, ये सिर्फ तुष्टीकरण की राजनीति करते हैं.
उदयनिधि स्टालिन ने क्या बयान दिया था?
गठबंधन 'इंडिया' में शामिल डीएमके नेता और तमिलनाडु सीएम के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म उन्मूलन नामक कार्यक्रम में सनातन धर्म की तुलना डेंगू मलेरिया जैसी बीमारियों से की थी. इतना ही नहीं उन्होंने यहां तक कह दिया कि इसका उन्मूलन यानी खत्म कर दिया जाना चाहिए. इसके अलावा, ए राजा और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियांक खरगे ने भी सनातन धर्म पर टिप्पणी की थी.